दुर्ग (छत्तीसगढ़)। जन समर्पण सेवा संस्था द्वारा संस्था के सदस्य दीपेश अशोक बावनकर के जन्मदिवस पर उनके सहयोग से एक निःशक्त जन को ट्रायसिकल उपलब्ध कराई गई। इस अवसर पर लगभग 100 जरूरतमन्दों को भोजन, पानी, केक, चाकलेट, मिष्ठान, मिक्चर, का वितरण किया गया।
दीपेश अशोक बावनकर के सहयोग से ट्रेन दुर्घटना में अपना पैर गवाने वाले रमेश मराठी को ट्रायसिकल दी गयी। निःशक्त जन रमेश मराठी जोकि विगत कई वर्षों से दुर्ग रेलवे स्टेशन में रिक्सा चलाकर अपना जीवन यापन करता था। इस वर्ष फरवरी मार्च में ट्रेन दुर्घटना से उसका पैर कट गया, जिसके कारण वह पूरा विकलांग हो गया, अपना जीवन यापन भी नही कर पा रहा था और न ही खुद से कही जा पाता था।
आपको बता दें कि जन सर्मपण सेवा संस्था गरीबों, असहाय, भूखों एवं विक्षिप्त लोगों को खाना खिलाने, उनकी हरसम्भव सहायता करने का कार्य विगत 3 वर्षों से लगातार करती आ रही है। संस्था के प्रमुख बंटी शर्मा ने बताया कि संस्था द्वारा प्रतिदिन निःशुल्क भोजन के साथ साथ विकलांग जनों को ट्रायसिकल, बैसाखी, व्हीलचेयर, कम्बल, बर्तन आदि उपयोगी सामग्री का वितरण संस्था द्वारा विगत 2 वर्षों से किया जा रहा है, संस्था द्वारा 70 से 100 लोगो को प्रतिदिन निःशुल्क भोजन के साथ साथ 830 लोगो को कम्बल, 49 विकलांग जनों को बैसाखी, एवं 39 विकलांगों को ट्रायसिकल, सैकड़ो कपडे, बर्तन एवं अन्य उपयोग की सामग्री का वितरण किया गया है। मानव सेवा के इन सभी कार्यों में संस्था के आशीष मेश्राम, प्रकाश कश्यप, संजय सेन, राजेन्द्र ताम्रकार, शिबू मिर्जा, मृदुल गुप्ता, शुभम सेन, अर्जित शुक्ला, ईशान शर्मा, शिशु शुक्ला, अख्तर खान, महेश गुप्ता, नितिन लुनावत, अहमद चौहान, समीर खान, आफताब खान, शब्बीर खान, ईश्वर साहू, एवं अन्य सदस्यों द्वारा प्रतिदिन सहयोग प्रदान किया जाता है।
दिव्यांग उपयोग सामग्री का संग्रह
संस्था द्वारा दुर्घटना एवं अन्य कारणों से दिव्यांग हुए लोगो के लिए उनकी जरूरत की सामग्री निःशुल्क उपलब्ध कराने का प्रयास भी किया जा रहा है, जिसमें दिव्यांग जनों के लिए व्हीलचेयर, बैसाखी, स्टिक, कम्मोट चेयर, एवं अन्य उपयोगी सामग्री उपलब्ध कराई जाती है।