दुग्ध महासंघ के डेयरी उत्पादों की बिक्री में 15 प्रतिशत की बढ़ौतरी दर्ज

छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी दुग्ध महासंघ के डेयरी उत्पादों के ब्रिकी में पिछले एक वर्ष में 15 प्रतिशत का उछाल आया है। छत्तीसगढ़ में नई सरकार द्वारा ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए कृषि और इससे जुड़़ी गतिविधियों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। दुग्ध महासंघ के दुग्ध संयंत्र का आधुनिकीकरण और किसानों को उच्च गुणवत्ता के पशु आहार उपलब्ध कराने के लिए नया संयंत्र स्थापना की प्रक्रिया चल रही है। दुग्ध उत्पादक किसानों को जल्द से जल्द भुगतान दिलाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए नया साफ्टवेयर भी तैयार किया जा रहा है।

रायपुर (छत्तीसगढ़)। दुग्ध महासंघ 990 दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों के माध्यम से दुग्ध उत्पादक किसानों से जुड़ा है। प्रतिदिन इन समितियों के द्वारा 85 हजार लीटर दुग्ध संग्रहित किया जा रहा है। संग्रहित दुग्ध के प्रसंकरण के बाद इसे विटामिन-ए और डी से फोर्टीफाइड कर बाजार में विक्रय किया जा रहा है। ऊंची गुणवत्ता के कारण ये उत्पाद लोकप्रिय है। इस श्रंृखला को आगे बढ़ाते हुए नए उत्पाद जारी किए जा रहे हैं।
दुग्ध महासंघ द्वारा अपने बं्राड नेम देवभोग के नाम से घी, रबड़ी, सुगंधित मीठा दूध, दही मठा लस्सी, पेड़ा और पनीर आदि का विक्रय किया जा रहा है। डेयरी उत्पादों की बिक्री बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे है। इन उत्पादों को प्रदेश के विभिन्न जिलों के सुपर मार्केट में उपलब्ध कराया गया है। इसके अलावा चलित वाहन के माध्यम से भी मड़ई मेलों और उत्सवों में बिक्री की जा रही है। दुग्ध उत्पादक किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्हें किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से मात्र एक प्रतिशत ब्याज दर पर दो से तीन लाख रूपए का ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है।

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