पतंजलि को मिली कोरोनिल को इम्युनिटी बूस्टर के रुप में बेचने की इजाजत, आयुष मंत्रालय ने दी अनुमति

नई दिल्ली। पतंजलि को लंबे विवाद के बाद कोरोनिल को बेचने की इजाजत मिल गई है। केंद्रीय आयुष मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि पतंजलि कोरोनिल को बेच सकती है, लेकिन केवल इम्युनिटी बूस्टर के रूप में।
पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड ने बुधवार को कहा कि उसके और मंत्रालय के बीच अब कोई मतभेद नहीं है। बता दें कि पिछले हफ्ते आयुष मंत्रालय ने जांच किए जाने तक पतंजलि को कोरोनिल नहीं बेचने को कहा था।
योग गुरु रामदेव ने बुधवार को आयोजित पत्रवार्ता में कहा कि कोरोनिल के काम पर आयुष मंत्रालय ने हमारे प्रयासों को सराहा है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि क्लीनिकल ट्रायल और रजिस्ट्रेशन दोनों प्रक्रिया में नियमों का पालन किया गया है। कोरोनिल 23 जून को लॉन्च की गई थी। दावा किया गया था कि इससे 7 दिन के अंदर 100 फीसदी रिकवरी हो जाएगी। कोरोना की दवा के रूप में पेश किए जाने कोरोनिल पर विवाद के घेरे में आ गई थी।
मंत्रालय ने पुष्टि की है कि पतंजलि कोरोनिल बेच सकती है लेकिन दवा के रूप में नहीं। आयुष मंत्रालय ने इसे केवल इम्युनिटी बूस्टर के रूप में बेचने की अनुमति दी है न कि कोविड-19 के लिए एक औषधीय इलाज के रूप में।

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