कोरोना संक्रमण को रोकने की दिशा में छत्तीसगढ़ में अच्छा काम, राज्यपाल उइके

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। राज्यपाल अनुसुइया उइके ने कहा है कि कोरोना के संक्रमण को प्रदेश में फैलने से रोकने के साथ ही लॉकडाउन से प्रभावित जरूरतमंदों की मदद करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। इस दिशा में प्रदेश में और दुर्ग जिले में भी अच्छा काम हो रहा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ शासन ने इस दिशा में अच्छा काम किया है इससे यहां संक्रमण को रोकने में सफलता मिली है।

राज्यपाल आज दुर्ग में प्रियदर्शिनी परिसर में स्थित आश्रयस्थल में उन लोगों से मिलने पहुंची जो लॉक डाउन की वजह से फंस गए और जिनके रहने और खाने पीने की सुविधा का इंतजाम प्रशासन द्वारा किया जा रहा है। इस मौके पर राज्यपाल आश्रय स्थल में ठहरे नागरिकों से मिली। उन्होंने कहा कि यह संयम रखने का समय है। प्रशासन द्वारा हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं ताकि संक्रमण की रोकथाम हो सके। जरूरतमंदों की मदद हो, इसके लिए भी पूरा प्रयास किया जा रहा है। राज्यपाल ने कहा कि आज मेरा जन्मदिन भी है। मैंने ईश्वर से भी प्रार्थना की है कि मानवता को जल्द ही कोरोना की व्याधि से मुक्त करें। राज्यपाल ने कहा कि कोरोना संक्रमण के इस दौर में कोरोना से लोगों को बचाने के लिए जूझ रहे स्वास्थ्य कर्मियों, पुलिस प्रशासनिक अमले, सफाई कर्मियों, सेवाभावी संस्था, मीडिया कर्मियों और सभी वॉलिंटियर्स के जज्बे की मैं प्रशंसा करती हूं। मानवता को बचाने यह सब आगे आए हैं आपके प्रयत्नों को जरुर सफलता मिलेगी। कोरोना संक्रमण को रोकने की इस लड़ाई में हम सब आपके साथ हैं। हम मिलजुल कर सामूहिक प्रयासों से इस व्याधि को देश से दूर करेंगे। राज्यपाल ने कहा कि संकट की इस घड़ी में आप सभी से जितना बन सकता है उतना जरूरतमंदों का सहयोग करें। आपदा कोष में सहयोग राशि जमा करें। कोरोना संक्रमण के इस दौर में सोशल डिस्टेंसिंग सबसे अहम है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने जो संदेश देश को दिया है उसे अक्षरशः अपनाकर कोरोना संक्रमण की गति को धीमा किया जा सकता है और अंततः इससे उसे थामने में मदद मिलेगी। राज्यपाल ने कहा कि अति आवश्यक सेवाओं में लगे लोगों के अतिरिक्त सभी लोग यदि लॉक डाउन की अवधि में पूरी तरह घर में रहे। घर की लक्ष्मण रेखा को नहीं तोड़े तो वे न केवल स्वयं इस संक्रमण से बचेंगे अपितु उनके परिवार जन भी संक्रमण से सुरक्षित रहेंगे। राज्यपाल ने कहा कि संकट की इस घड़ी में सभी वर्गों के जरूरतों का ध्यान शासन द्वारा दिया जा रहा है। राज्य शासन द्वारा 2 महीने का चावल बीपीएल परिवारों को निःशुल्क प्रदान किया जा रहा है। लॉक डाउन की अवधि में आंगनबाड़ी के बच्चों को रेडी टू ईट फूड तथा मध्यान्ह भोजन का सूखा राशन घर तक पहुंचाया गया है। जरूरतमंद लोगों के लिए हेल्पलाइन बनाई गई है। हम छत्तीसगढ़ के भीतर फंसे दूसरे राज्यों के लोगों की मदद कर रहे हैं और दूसरे राज्यों में फंसे अपने लोगों की भी सुविधा सुनिश्चित करा रहे हैं। इस मौके पर कलेक्टर अंकित आनंद ने कोविड संक्रमण के रोकथाम के लिए किए जा रहे कार्यों की विस्तार से जानकारी दी। इस मौके पर आईजी विवेकानंद सिन्हा भी मौजूद थे। उन्होंने भी दुर्ग डिवीजन में इस संबंध में किये जा रहे कार्यों की जानकारी दी। निरीक्षण के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय यादव, भिलाई निगम कमिश्नर ऋतुराज रघुवंशी भी मौजूद रहे।