हैदराबाद, 14 मई 2025:
साउथ-ईस्ट ज़ोन टास्क फोर्स और मेहदपत्तनम पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में सोमवार, 12 मई को फर्जी शैक्षणिक प्रमाणपत्र बनाने और बेचने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ। इस गिरोह से जुड़े चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। ये आरोपी एक फर्जी एजुकेशनल कंसल्टेंसी के ज़रिए विदेश में पढ़ाई या मल्टीनेशनल कंपनियों में नौकरी पाने के लिए फर्जी सर्टिफिकेट मुहैया करवा रहे थे।
गिरफ्तार किए गए आरोपी हैं:

- मो. मुजीब हुसैन (54 वर्ष): फर्जी एजुकेशनल कंसल्टेंसी चलाता था और प्रमाणपत्रों का मुख्य स्रोत था।
- मो. नासिर (26 वर्ष): एक आईटी कर्मचारी, जो इस रैकेट में शामिल था।
- मो. अल बसीर रहमानी (45 वर्ष): CULT में जिम ट्रेनर के रूप में कार्यरत, बिचौलिये की भूमिका में था।
- जिया-उर-रहमान सिद्दीकी (34 वर्ष): एक फिटनेस जिम का मालिक, रैकेट में मध्यस्थ के रूप में शामिल।
फर्जी प्रमाणपत्रों की आपूर्ति चेन:
पुलिस के अनुसार, मुजीब हुसैन फर्जी सर्टिफिकेट को नासिर तक पहुंचाता था, और इस प्रक्रिया में बसीर और जिया-उर-रहमान बिचौलिये का काम करते थे।
मुजीब ये फर्जी प्रमाणपत्र तीन अन्य आरोपियों से प्राप्त करता था –
- मनोज विश्वास (पश्चिम बंगाल)
- रविंदर और अजय (उत्तर प्रदेश)
ये तीनों आरोपी फरार हैं और पुलिस उनकी तलाश कर रही है।
गिरफ्तारी कैसे हुई:
चारों आरोपियों को मसाब टैंक के ईदगाह ग्राउंड के पास एक सरकारी स्कूल के समीप फर्जी सर्टिफिकेट की डिलीवरी करते वक्त रंगे हाथ पकड़ा गया।
पुलिस ने आरोपियों के पास से 108 फर्जी शैक्षणिक प्रमाणपत्र और चार मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं।
पुलिस की अपील:
पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी शैक्षणिक या व्यावसायिक दस्तावेज को सत्यापित किए बिना स्वीकार न करें और ऐसे किसी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें।
