नई दिल्ली:
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्र को संबोधित fiery भाषण के एक दिन बाद पाकिस्तान सरकार ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने पीएम मोदी के बयानों को “उकसावे और भड़काऊ” करार देते हुए अस्वीकार कर दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को राष्ट्र को संबोधित करते हुए भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा पाकिस्तानी आतंक ढांचे पर की गई कार्रवाई की सराहना की थी। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत कई आतंकी ठिकानों को तबाह किया गया और दर्जनों आतंकियों को मार गिराया गया, जिनमें कुछ हाई-वैल्यू टारगेट भी शामिल थे।

मोदी ने पाकिस्तान को चेताते हुए कहा कि भारत ने केवल कार्रवाई रोकी है, खत्म नहीं की है। उन्होंने कहा, “आतंक और बातचीत एक साथ नहीं चल सकते, आतंक और व्यापार एक साथ नहीं हो सकते और पानी और खून भी एक साथ नहीं बह सकते।”
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि वह हालिया सीजफायर समझौते के लिए प्रतिबद्ध है और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए जरूरी कदम उठाएगा। पाकिस्तान ने भारत से क्षेत्रीय शांति और अपने नागरिकों की भलाई को प्राथमिकता देने की उम्मीद जताई।
मोदी ने मंगलवार को पंजाब के आदमपुर एयरबेस में वायुसेना के जवानों को संबोधित करते हुए पाकिस्तान को दोहराया कि अगर भारत पर एक और आतंकी हमला हुआ, तो पाकिस्तान को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
उल्लेखनीय है कि चार दिनों की भीषण फायरिंग के बाद भारत और पाकिस्तान ने शनिवार को जमीन, हवा और समुद्र पर सभी सैन्य कार्रवाइयां रोकने का समझौता किया था, जिसकी घोषणा अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने की थी। हालांकि, इस समझौते का उल्लंघन पाकिस्तान ने कुछ ही घंटों बाद कर दिया जब जम्मू, श्रीनगर, पंजाब और राजस्थान में ड्रोन घुसपैठ की घटनाएं हुईं।
