नई दिल्ली। भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर के बाद कई महत्वपूर्ण खुलासे किए हैं। विदेश मंत्रालय की प्रेस ब्रीफिंग में विदेश सचिव विक्रम मिस्री, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने पाकिस्तान के 10 बड़े झूठों का पर्दाफाश किया। उन्होंने पाकिस्तान की आदत को झूठ बोलने वाला बताते हुए कहा कि उसने विभिन्न घटनाओं को लेकर पूरी दुनिया को गुमराह किया है।
पाकिस्तान के झूठों का खुलासा
पहला और सबसे बड़ा झूठ पाकिस्तान का यह था कि भारत उसे उकसा रहा था। विदेश सचिव ने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान द्वारा शुरू किए गए उकसावे का भारत ने सिर्फ जवाब दिया। इसके बाद पाकिस्तान ने टीआरएफ (The Resistance Front) के संबंध में झूठ बोला, जबकि यह आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ है। पाकिस्तान ने यह भी कहा कि भारत ने आम नागरिकों को निशाना बनाया, लेकिन यह भी पूरी तरह से गलत था, क्योंकि भारत का हमला आतंकियों के खिलाफ था।

पाकिस्तान का दूसरा झूठ – आतंकियों को पनाह नहीं देता
पाकिस्तान ने दावा किया था कि वह आतंकियों को पनाह नहीं देता, लेकिन पाकिस्तान का इतिहास इस मामले में साफ है। विदेश सचिव ने ओसामा बिन लादेन और अन्य आतंकियों के मामलों का जिक्र करते हुए कहा कि पाकिस्तान इन आतंकियों को संरक्षण देता है।
झूठ का सिलसिला जारी
पाकिस्तान ने कहा था कि भारत ने धार्मिक स्थानों पर हमले किए, लेकिन विदेश सचिव ने इस आरोप को भी नकारते हुए बताया कि भारत का हमला सिर्फ आतंकियों और उनके ठिकानों को निशाना बनाकर किया गया था। इसके अलावा पाकिस्तान ने सिंधु जल संधि पर भी झूठे दावे किए थे, जिस पर भारत ने स्पष्ट रूप से कहा कि अब समय आ चुका है इस संधि का पुनः आकलन करने का।
बड़ी जानकारी का इंतजार
जब मीडिया ने सवाल किया कि क्या बड़े आतंकी जैसे मसूद अजहर और अन्य आतंकियों को ऑपरेशन में मारा गया है, तो विदेश सचिव मिस्री ने बताया कि यह अभी सिर्फ शुरुआत है और जल्दी ही सारी जानकारी साझा की जाएगी।
