आधी रात का प्रहार: ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाक की बौखलाहट, निर्दोषों पर बरसी गोलियां!

नई दिल्ली / श्रीनगर:
ऑपरेशन सिंदूर में भारत द्वारा पाकिस्तान और POK में स्थित आतंकी ठिकानों पर किए गए सटीक हमलों के कुछ ही घंटों बाद, पाकिस्तान ने बौखलाहट में नियंत्रण रेखा (LoC) और अंतरराष्ट्रीय सीमा (IB) पर अंधाधुंध गोलीबारी और तोपों से गोलाबारी शुरू कर दी। इस हमले में 3 नागरिकों की मौत हो गई और 7 अन्य घायल हुए हैं।

भारतीय सेना ने कहा कि पाकिस्तान लगातार दो हफ्तों से बिना किसी उकसावे के गोलीबारी कर रहा है।

“हमने इसका संतुलित और सटीक जवाब दिया है,” सेना ने बयान में कहा।

भारत का जवाब: ऑपरेशन सिंदूर
इससे पहले, भारत ने रात 1:44 बजे पाकिस्तान और POK में आतंकी कैंपों पर तीनों सेनाओं (थलसेना, वायुसेना, नौसेना) के संयुक्त अभियान में सर्जिकल स्ट्राइक की। यह 1971 युद्ध के बाद पहला त्रि-सेनाओं का समन्वित हमला था।

हमले में निशाना बनाए गए स्थान:

  • बहावलपुर: जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय और बड़े हमलों की योजना का केंद्र
  • मुरिदके: लश्कर-ए-तैयबा का ट्रेनिंग बेस, 26/11 हमलों से जुड़ा
  • गुलपुर: राजौरी और पुंछ में हमलों का लॉन्चपैड
  • सवाई: पहलगाम हमले से जुड़ा लश्कर का अड्डा
  • कोटली: आतंकियों का प्रशिक्षण केंद्र
  • सरजाल व बरनाला: LoC के पास घुसपैठ के रास्ते
  • मेहमूना: हिज्बुल मुजाहिदीन का कैंप

भारत के हथियार:
सेना ने SCALP क्रूज मिसाइल, HAMMER स्मार्ट बम, और बंकर-बस्टिंग तकनीक वाले हथियारों का इस्तेमाल किया। हमलों में आतंकी गढ़ों को पूरी तरह ध्वस्त किया गया।

अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की कार्रवाई को समर्थन:
भारत ने पहलगाम हमले से जुड़े पाकिस्तान के गहरे राज्य (Deep State) की भूमिका के सबूत अमेरिका, रूस, चीन और यूरोपीय देशों के राजनयिकों को पहले ही सौंप दिए थे। The Resistance Front, जो लश्कर की एक शाखा है, ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी।

निष्कर्ष:
ऑपरेशन सिंदूर ने साबित कर दिया है कि भारत अब आतंकी हमलों का जवाब कूटनीति से नहीं, कार्रवाई से देगा। पाकिस्तान की जवाबी बौखलाहट अब अंतरराष्ट्रीय मंच पर उसके लिए नई मुसीबत बन सकती है।

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