दुर्ग (छत्तीसगढ़)। छत्तीसगढ़ साहित्य महोत्सव के रायपुर पुस्तक मेले में हिन्दी के चर्चित लेखक विनोद साव के प्रकाशित नये व्यंग्य संग्रह ‘धराशायी होने का सिलसिलाÓ का विमोचन व्यंग्य-यात्रा-दिल्ली के संपादक व जाने माने व्यंग्यकार प्रेम जनमेजय ने किया। इस दौरान मंच पर डॉ.स्नेहलता पाठक, रवि श्रीवास्तव, विनोद साव, डा. प्रेम जनमेजय, गिरीश पंकज, डॉ. सुधीर शर्मा उपस्थित थे। कार्यक्रम के विमर्श सत्र में ‘व्यंग्य लेखन: कमजोर होती धार और साहस का संकटÓ विषय पर सार्थक चर्चा हुई। जिसमें डॉ प्रेम जनमेजय ने मुख्य वक्तव्य दिया तथा गुलबीर सिंघ भाटिया, डा.महेंद्र कुमार ठाकुर सहित अन्य लेखकों ने चर्चा में हिस्सा लिया। कार्यक्रम का संचालन डा.सुधीर शर्मा ने किया। व्यंग्य पाठ सत्र में व्यंग्य रचनाओं का पाठ हुआ. बिलासपुर के कलेक्टर डा.संजय अलंग तथा सचिव (पंचायत) त्रिलोक महावर ने अपनी कविताओं का पाठ भी सत्र में किया।