दुर्ग, छत्तीसगढ़: जिले में आज का दिन आम दिनों से कुछ अलग रहा। सुबह से ही सायरनों की आवाज़ और अफरा-तफरी का माहौल देखने को मिला। दरअसल, सिविल डिफेंस की सूची में शामिल दुर्ग जिले में आज आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया।
जिले के चार अलग-अलग स्थानों पर एक साथ मॉक ड्रिल की गई, जिसमें युद्ध जैसी आपात स्थिति का सजीव चित्रण किया गया। इस अभ्यास में जिला प्रशासन, पुलिस, फायर ब्रिगेड, स्वास्थ्य विभाग और स्वयंसेवकों ने हिस्सा लिया। मॉक ड्रिल के दौरान बम विस्फोट की कल्पना कर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया और घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया।

इस ड्रिल का उद्देश्य आम जनता को जागरूक करना और यह दिखाना था कि किसी आपात स्थिति में कैसे त्वरित और संगठित तरीके से रेस्क्यू एवं राहत कार्य किया जाता है। लोगों को बताया गया कि वे ऐसी परिस्थितियों में कैसे सुरक्षित रहें, और क्या-क्या सावधानियाँ बरतें।
सिविल डिफेंस के अधिकारियों ने बताया कि इस तरह की ड्रिल समय-समय पर की जाती रहेंगी, ताकि प्रशासनिक तैयारी और जनता की सजगता दोनों बनी रहें।
