नई दिल्ली, बुधवार सुबह:
भारत ने बुधवार तड़के 1:44 बजे ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) में स्थित 9 आतंकी ठिकानों पर सटीक मिसाइल हमले किए। ये सभी ठिकाने लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और जैश-ए-मोहम्मद (JeM) जैसे आतंकी संगठनों से जुड़े हुए थे। मुरिदके और बहावलपुर, दो सबसे महत्वपूर्ण आतंकी गढ़, इस हमले में प्रमुख निशाना बने।
यह हमला जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग ज़िले के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के प्रतिशोध में किया गया, जिसमें 25 भारतीय नागरिकों और एक नेपाली नागरिक की निर्मम हत्या कर दी गई थी।

रक्षा मंत्रालय का बयान:
सरकार ने स्पष्ट किया है कि भारत की कार्रवाई सटीक, नियंत्रित और गैर-उकसाने वाली थी। किसी भी पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया। बयान में कहा गया:
“हमारे हमले उन आतंकी ढाँचों पर केंद्रित थे जहाँ से भारत पर हमलों की योजना और संचालन किया जाता था। भारत ने बहुत संयम और सूझबूझ के साथ लक्ष्य और कार्रवाई की विधि का चयन किया है।”
PM मोदी का संकल्प:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि इस हमले के दोषियों और उनकी साज़िश में शामिल हर व्यक्ति को “धरती के अंतिम कोने तक खोजकर ऐसा दंड दिया जाएगा, जिसकी उन्होंने कल्पना भी नहीं की होगी।”
सुरक्षा ड्रिल का इत्तेफ़ाक:
भारत की यह कार्रवाई उस राष्ट्रीय सुरक्षा मॉक ड्रिल से कुछ घंटे पहले हुई, जो देशभर के 244 ज़िलों में संभावित युद्ध या आतंकी हमले की स्थिति में नागरिक सुरक्षा व्यवस्था की जांच के लिए आयोजित की जा रही है।
निष्कर्ष:
भारत ने यह स्पष्ट संदेश दिया है कि वह आतंक के खिलाफ अब सिर्फ प्रतिक्रिया नहीं, बल्कि प्रभावशाली और निर्णायक कार्रवाई की नीति अपना चुका है। ऑपरेशन सिंदूर एक कड़ा संकेत है कि भारत अपनी सुरक्षा से समझौता नहीं करेगा।
