दुर्ग (छत्तीसगढ़), 1 मई: गरीबों के लिए आरक्षित पीडीएस (सार्वजनिक वितरण प्रणाली) के चावल की कालाबाजारी थमने का नाम नहीं ले रही है। कुम्हारी के जंजगिरी गांव में ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहां ऑटो में 20 बोरे चावल ले जाते दो तस्करों को रंगे हाथों पकड़ा गया।
मामले का खुलासा:
पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर कार्रवाई करते हुए पीडीएस के 20 बोरे चावल से भरे एक ऑटो को जब्त किया और दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। इन तस्करों के नाम निरंजन पाल और राजेन्द्र साव हैं, जो खुर्सीपार के निवासी हैं।

स्थानीय जनता की सजगता:
घटना के वक्त स्थानीय लोगों ने चावल से भरे ऑटो को देख कर शक जाहिर किया और ऑटो को रोककर पुलिस को सूचना दी। पूछताछ में पता चला कि यह चावल जंजगिरी गांव की शासकीय राशन दुकान से मां महिला सहायता समूह के संचालन में लाया गया था।
शिव शर्मा का नाम फिर चर्चा में:
ऑटो की जांच में पता चला कि यह वाहन पुराना चावल तस्कर शिव शर्मा का है, जो पहले भी छावनी और खुर्सीपार थानों में पीडीएस चावल की तस्करी में पकड़ा जा चुका है।
सरकारी प्रतिक्रिया और जांच:
दुर्ग पुलिस प्रवक्ता पद्मश्री तंवर ने बताया कि पूरे मामले की सूचना खाद्य विभाग को सौंप दी गई है। चावल के सैंपल जांच के लिए भेज दिए गए हैं। साथ ही, शिव शर्मा के खिलाफ विभिन्न थानों से जानकारी एकत्र कर खाद्य विभाग को उचित कार्रवाई के लिए सौंपा जाएगा।
सरकार की कोशिशों को झटका:
राज्य सरकार जहां गरीबों तक मुफ्त चावल पहुंचाने के लिए योजनाएं चला रही है, वहीं कुछ तत्व इसमें सेंध लगाकर न सिर्फ कानून तोड़ रहे हैं, बल्कि जरूरतमंदों का हक भी छीन रहे हैं।
