बेमेतरा, 31 मार्च 2025: बेमेतरा जिले के ग्राम सेमरिया की सरोजनी बाई के लिए अपना खुद का मजबूत और सुरक्षित घर कभी एक सपना था, जो अब प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY-G) के तहत साकार हो गया। झोपड़ी में कठिनाइयों से भरा जीवन जीने वाली सरोजनी अब अपने नए पक्के घर में सुकून से रह रही हैं।
झोपड़ी से पक्के घर तक का सफर
सरोजनी बाई और उनके पति दयाराम यादव मिट्टी और घास-फूस की झोपड़ी में रहते थे, जो बरसात में टपकती थी, गर्मियों में जलती थी और सर्दियों में ठंडी हो जाती थी। आर्थिक तंगी के कारण वे पक्का घर नहीं बना पा रहे थे, लेकिन प्रधानमंत्री आवास योजना ने उनका यह सपना पूरा कर दिया।

सरोजनी का नाम PMAY-G योजना में आते ही खुशी की लहर दौड़ गई। सरकार से पहली किश्त मिलने के बाद, उन्होंने अपना घर बनवाना शुरू किया। कुछ ही समय में एक मजबूत, पक्की छत वाला, सुरक्षित घर बनकर तैयार हो गया।
गृह प्रवेश का शुभ अवसर
सरोजनी बाई और उनके परिवार ने पूरे विधि-विधान और पूजा-अर्चना के साथ अपने नए घर में गृह प्रवेश किया। अब उनका परिवार सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन जी रहा है।
सरोजनी की खुशी और धन्यवाद संदेश
सरोजनी कहती हैं,
“अब मेरे बच्चे चैन की नींद सोते हैं। बारिश में पानी टपकने की चिंता नहीं रही। हमें यह घर देने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय का दिल से धन्यवाद!”
प्रधानमंत्री आवास योजना: गरीबों के सपनों को दे रही पंख
प्रधानमंत्री आवास योजना सिर्फ घर नहीं, आत्मनिर्भरता और सम्मान का प्रतीक बन रही है। यह योजना हर गरीब परिवार को खुद के घर का सपना पूरा करने का अवसर दे रही है ताकि हर कोई सुरक्षित, सम्मानजनक और खुशहाल जीवन जी सके।
