दुर्ग, 31 मार्च 2025: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में मदद के नाम पर ठगी का अनोखा मामला सामने आया है। एक शख्स ने घायल को अस्पताल पहुंचाने के बहाने उसका फोन और पिन हासिल कर 50,000 रुपये की धोखाधड़ी कर ली। मामले की शिकायत मिलते ही दुर्ग पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और उसके पास से 13,000 रुपये नगद और मोबाइल बरामद किया।
कैसे हुआ धोखा?
पीड़ित अमित कुमार (रिसाली, भिलाई) 27 मार्च की रात आजाद मार्केट में गिरकर घायल हो गया था। अज्ञात व्यक्ति उसे भिलाई सेक्टर 9 अस्पताल लेकर गया। वहां उसने बिल भुगतान के नाम पर फोन पे का पिन मांगा और 50,000 रुपये ट्रांसफर कर लिए।

घटना की जानकारी होने पर अमित के पिता सुशील कुमार गुप्ता ने दुर्ग पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी संदीप चांदेकर की पहचान की और उसे गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस की तेज कार्रवाई
दुर्ग पुलिस अधीक्षक श्री जितेंद्र शुक्ला के निर्देशन में थाना प्रभारी राहुल बंसल (प्रशिक्षु भापुसे) एवं उनकी टीम ने त्वरित कार्रवाई की। पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया कि उसने 44000 रुपये अपनी पत्नी के मोबाइल नंबर पर ट्रांसफर किए और 13,000 रुपये अब भी उसके पास बचे थे। पुलिस ने रकम बरामद कर आरोपी को न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है।
पुलिस टीम का सराहनीय योगदान
इस कार्यवाही में थाना प्रभारी राहुल बंसल, उनि सुरेंद्र तारम, प्रआर सूरज पांडेय, आरक्षक रवि बिसाई, मो. समीम, भूमिंद्र वर्मा, विकास शर्मा, चितरंजन देवांगन और लक्ष्मीनारायण यादव का सराहनीय योगदान रहा।
यह घटना सतर्कता की जरूरत को दर्शाती है कि किसी भी अनजान व्यक्ति को मोबाइल या डिजिटल पेमेंट की जानकारी साझा न करें।
