छत्तीसगढ़ बनने जा रहा है देश का नया पर्यटन हब, नक्सलवाद से मुक्त होकर बढ़ा पर्यटन का आकर्षण

रायपुर। एक समय नक्सलगढ़ के नाम से पहचाने जाने वाला छत्तीसगढ़ अब अपनी पहचान बदलने की ओर तेजी से अग्रसर है। केंद्र सरकार ने दावा किया है कि 31 मार्च 2026 तक राज्य को नक्सलवाद से पूरी तरह मुक्त कर दिया जाएगा। इसके साथ ही राज्य सरकार भी इस दिशा में लगातार काम कर रही है, जिसका परिणाम है कि अब लगातार नक्सलियों के खात्मे की खबरें सामने आ रही हैं। इसके चलते छत्तीसगढ़ में पर्यटन की संभावनाएं भी बढ़ गई हैं।

पर्यटन में छत्तीसगढ़ की छलांग
आंकड़ों की मानें तो छत्तीसगढ़ ने पर्यटन के मामले में हिमाचल प्रदेश, केरल, जम्मू-कश्मीर और गोवा जैसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों को पीछे छोड़ दिया है। यहां अब देशभर से पर्यटक बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। इसे देखते हुए छत्तीसगढ़ पर्यटन विभाग अब पर्यटन को लेकर और अधिक गंभीर नजर आ रहा है।

बंद पड़े रिसॉर्ट होंगे फिर से चालू
पर्यटन विभाग ने घोषणा की है कि राज्य के 16 पुराने रिसॉर्ट्स को पुनः शुरू किया जाएगा। इन रिसॉर्ट्स को पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) मॉडल के तहत लीज पर दिया जा रहा है। इसके अलावा 13 और रिसॉर्ट्स की योजना भी बनाई जा रही है, जिन्हें जल्द ही लीज पर दिया जाएगा। प्रबंध संचालक विवेक आचार्य के मुताबिक, दो महीने में यह पूरी प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी और कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद इन्हें चालू किया जाएगा।

धमतरी बना सफल मॉडल
धमतरी में एक रिसॉर्ट को पहले ही लीज पर दिया गया है और वह बेहद सफलतापूर्वक चल रहा है। इसके आधार पर बाकी रिसॉर्ट्स को भी लीज पर देने की प्रक्रिया को तेज किया गया है। इनमें से कुछ रिसॉर्ट्स का रख-रखाव पूरा हो चुका है और वे जल्द ही पर्यटकों के लिए खोल दिए जाएंगे।

पर्यटकों की संख्या में जबरदस्त वृद्धि
साल 2024 में छत्तीसगढ़ में कुल 3.14 करोड़ पर्यटक पहुंचे। अकेले राजनांदगांव में 72 लाख, गरियाबंद में 29 लाख और रायपुर में 27 लाख से ज्यादा पर्यटक आए। विदेशी पर्यटकों की बात करें तो राजधानी रायपुर में ही 1743 विदेशी सैलानी पहुंचे, जो राज्य की बढ़ती लोकप्रियता का प्रमाण है।

राज्य सरकार का लक्ष्य: वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर जगह बनाना
पर्यटन विभाग का लक्ष्य है कि छत्तीसगढ़ को न सिर्फ देश बल्कि विदेशों के नक्शे पर भी एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित किया जाए। इसके लिए राज्य सरकार लगातार योजनाएं बना रही है और संसाधनों का विकास कर रही है।

निष्कर्ष
छत्तीसगढ़ अब नक्सलवाद की छवि से बाहर निकलकर पर्यटन की दिशा में नई उड़ान भरने को तैयार है। आने वाले समय में यह राज्य देश का नया पर्यटन हब बन सकता है।

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