रायपुर, 22 मई 2025 – मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज सुशासन तिहार के अंतर्गत अम्बिकापुर में आयोजित समीक्षा बैठक में सरगुजा, बलरामपुर-रामानुजगंज और जशपुर जिलों में संचालित शासकीय योजनाओं की प्रगति और क्रियान्वयन की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि जनहितकारी योजनाओं को प्रभावी रूप से लागू करने वाले जिलों को पुरस्कृत किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से टीम भावना के साथ कार्य करने की अपील करते हुए कहा कि सभी विभाग वर्ष 2047 तक विकसित छत्तीसगढ़ के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए कार्य करें। उन्होंने बताया कि सुशासन तिहार के पहले चरण में 40 लाख आवेदन प्राप्त हुए थे, जिनका समाधान दूसरे चरण में किया गया। अब तीसरे चरण में वे स्वयं जिलों का दौरा कर आम जनता से संवाद कर रहे हैं।

अधिकारियों को निर्देश:
- जनता के सेवक बनकर कार्य करें और शिकायतों का समयबद्ध समाधान सुनिश्चित करें।
- फील्ड विजिट नियमित रूप से करें और पेशियों की अनावश्यक तारीखें बंद करें।
- राजस्व मामलों का शीघ्र निपटारा, अवैध रेत खनन पर सख्त कार्रवाई।
- पेयजल संकट से निपटने, तालाबों को बचाने, और जल स्रोतों की सुरक्षा की व्यवस्था करें।
- खाद-बीज की कमी न हो, इसके लिए बारिश से पहले निगरानी रखें।
स्वास्थ्य और सुरक्षा पर विशेष जोर
मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया कि गर्मी और बारिश के मौसम में संभावित बीमारियों, जैसे कि सांप काटने की घटनाओं के लिए दवाइयों और एंटी-स्नेक वेनम की पर्याप्त व्यवस्था की जाए।
वनाधिकार और अतिक्रमण पर सख्ती
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि वनाधिकार पट्टों की समीक्षा राजस्व, वन एवं आदिवासी विकास विभाग मिलकर करें और केवल पात्र लोगों को ही पट्टे प्रदान किए जाएं। अवैध कब्जाधारियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई के निर्देश भी दिए गए। सीमावर्ती जिलों में अवैध रूप से रह रहे लोगों की पहचान कर कार्रवाई करने पर भी जोर दिया गया।
बैठक में उपस्थिति
समीक्षा बैठक में कृषि मंत्री श्री राम विचार नेताम, वित्त मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, सांसद चिंतामणि महाराज, विधायकगण राजेश अग्रवाल, प्रबोध मिंज, राम कुमार टोप्पो और भैयालाल राजवाड़े, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सुबोध सिंह, सरगुजा कमिश्नर नरेंद्र दुग्गा, आईजी दीपक झा और संबंधित जिले के सभी वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
