रायपुर, 24 मार्च 2025: छत्तीसगढ़ में डायल-112 सेवा के नए टेंडर की प्रक्रिया जल्द शुरू होने जा रही है। वर्तमान में यह सेवा राज्य के 11 पुराने जिलों और 5 नए जिलों में संचालित की जा रही है, लेकिन इसे प्रदेश के सभी 33 जिलों में विस्तारित करने की योजना बनाई जा रही है।
DGP ने किया डायल-112 मुख्यालय का दौरा
इस संबंध में पुलिस महानिदेशक (DGP) ने डायल-112 मुख्यालय का दौरा कर सिस्टम की समीक्षा की। उन्होंने सेवा को और प्रभावी बनाने के लिए सिस्टम को अपडेट करने और नए जिलों में विस्तार करने के निर्देश दिए हैं।

टाटा ग्रुप का कार्यकाल समाप्त, नए टेंडर की तैयारी
वर्तमान में डायल-112 सेवा का संचालन टाटा ग्रुप द्वारा किया जा रहा है, हालांकि उनका कार्यकाल अगस्त में दो साल पहले ही समाप्त हो चुका है। इसके बावजूद अब तक किसी नए ग्रुप को सेवा संचालन की जिम्मेदारी नहीं दी गई थी, जिससे यह सेवा अस्थायी रूप से टाटा ग्रुप द्वारा ही संचालित हो रही है।
पूर्व में मुंबई की जिकित्जा ग्रुप को यह सेवा देने की प्रक्रिया शुरू हुई थी, लेकिन कंपनी विवादों में घिरने के कारण उसे टेंडर नहीं दिया गया। अब नई प्रक्रिया के तहत टेंडर जारी किया जाएगा।
राज्यभर में होगा डायल-112 सेवा का विस्तार
वर्तमान में यह सेवा रायपुर, महासमुंद, दुर्ग, कोरबा, रायगढ़, जांजगीर-चांपा, बस्तर, सरगुजा, बिलासपुर, कबीरधाम, राजनांदगांव, बलौदाबाजार, सारंगढ़-बिलाईगढ़, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, मोहला मानपुर, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिलों में संचालित की जा रही है।
डायल-112 से जोड़ी जाएगी अग्निशमन सेवा
DGP ने डायल-112 सिस्टम को और अधिक प्रभावी बनाने के निर्देश दिए हैं। अब राज्य में संचालित अग्निशमन सेवा को भी डायल-112 से जोड़ा जाएगा। वर्तमान में आग लगने की सूचना डायल-112 को मिलती है और वह फायर ब्रिगेड को कॉल करके जानकारी देती है। नए सिस्टम में डायल-112 को आगजनी की सूचना सीधे मिलेगी, जिससे मदद जल्द से जल्द मौके पर पहुंच सकेगी।
राज्य सरकार का उद्देश्य डायल-112 को आपातकालीन सेवा के रूप में हर जिले में मजबूत बनाना है, जिससे सभी नागरिकों को त्वरित सहायता मिल सके।
