रायपुर/बीजापुर: छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खात्मे की मुहिम में जुटे सुरक्षाबलों को एक बड़ी सफलता मिली है। जवानों ने अबूझमाड़ के घने जंगलों में नक्सलियों द्वारा बनाई गई 500 मीटर लंबी और 7 फीट गहरी सुरंग का पता लगाया है, जिसे माओवादी अपने सुरक्षित ठिकाने के रूप में इस्तेमाल कर रहे थे।
गुप्त ठिकाने की तरह था सुरंग
यह सुरंग इतनी गुप्त थी कि इसे न तो जमीन से देखा जा सकता था और न ही आसमान से। जवानों के वहां पहुंचने के बाद नक्सलियों ने इसे छोड़ दिया, लेकिन इसका विशाल ढांचा अभी भी मौजूद है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस सुरंग के अंदर नक्सली न सिर्फ छिप सकते थे, बल्कि लंबे समय तक रह भी सकते थे।

ग्रामीणों का दावा – और भी हैं ऐसी सुरंगें!
कुछ ग्रामीणों ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि अबूझमाड़ में ऐसी कई और सुरंगें मौजूद हैं। इससे पहले सुकमा जिले में भी जवानों ने एक भूमिगत सुरंग को खोज निकाला था, जहां नक्सलियों ने हथियार निर्माण का एक छोटा कारखाना भी स्थापित कर रखा था।
गृहमंत्री अमित शाह का नक्सल मुक्त भारत का संकल्प
गृहमंत्री अमित शाह ने दावा किया है कि 2026 तक पूरे देश से माओवाद का खात्मा कर दिया जाएगा। सुरक्षाबलों की बढ़ती कार्रवाई और माओवादियों को हो रहे लगातार नुकसान से संकेत मिल रहे हैं कि अब वे बैकफुट पर आ रहे हैं। हालांकि, इन सुरंगों के जरिए नक्सली अपने बड़े नेताओं को बचाने में सफल हो सकते हैं, इसलिए सुरक्षा बलों की चुनौतियां अभी बनी हुई हैं।
नक्सल ऑपरेशन में मिलेगी और सफलता?
अबूझमाड़ में सुरंग की बरामदगी के बाद सुरक्षाबल और सतर्क हो गए हैं। यह माना जा रहा है कि आने वाले समय में और भी ऐसे ठिकाने उजागर हो सकते हैं, जिससे नक्सलियों की ताकत को कमजोर किया जा सकेगा।
