नागपुर: महाराष्ट्र के नागपुर में औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर भड़की हिंसा के बाद राजनीतिक घमासान तेज हो गया है। इस मुद्दे पर पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने तीखा बयान देते हुए कहा कि “अगर कब्र हटानी है तो हटाओ, लेकिन चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार को भी बुलाओ।” उनके इस बयान को बीजेपी पर कटाक्ष के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि ये दोनों नेता बीजेपी के सहयोगी हैं और उनके राज्यों में मुस्लिम मतदाता बड़ी संख्या में हैं।
क्या है पूरा मामला?
सोमवार रात विहिप (विश्व हिंदू परिषद) द्वारा औरंगजेब की तस्वीर को जलाने के बाद हिंसा भड़क उठी। इस दौरान कई घरों और दुकानों में तोड़फोड़ की गई, गाड़ियां जला दी गईं और लगभग 40 लोग घायल हुए।

कैसे भड़की हिंसा?
- विहिप कार्यकर्ताओं ने औरंगजेब की तस्वीर को हरे कपड़े में लपेटकर जलाया, जिसे उन्होंने उसकी कब्र का प्रतीक बताया।
- इसके बाद करीब 250 मुस्लिम युवक घटनास्थल पर पहुंच गए और हिंसा भड़क उठी।
- पुलिस को स्थिति नियंत्रित करने के लिए बल प्रयोग करना पड़ा।
- अब तक 47 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, और कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं।
राजनीतिक घमासान
इस हिंसा के बाद महा विकास अघाड़ी (एमवीए) और बीजेपी-शिवसेना गठबंधन के बीच आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गया।
उद्धव ठाकरे:
- ठाकरे ने कहा, “अगर हिंसा भड़काने की साजिश थी, तो आरएसएस मुख्यालय नागपुर में ही क्यों हुई?”
- “मैं मुख्यमंत्री या गृह मंत्री नहीं हूं, असली जिम्मेदारी मौजूदा सरकार की है। अगर वे असफल हैं, तो इस्तीफा दें।”
आदित्य ठाकरे:
- उन्होंने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा, “वे महाराष्ट्र को मणिपुर बनाना चाहते हैं। इतिहास को कुरेदने से अच्छा भविष्य की बात करें।”
- “बीजेपी सरकार जब विफल होती है, तो हिंसा और दंगे करवाती है।”
एकनाथ शिंदे (महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम):
- “यह एक साजिश थी, जिसमें एक खास समुदाय को निशाना बनाया गया।”
- “देशभक्त मुसलमान कभी औरंगजेब का समर्थन नहीं करेंगे।”
औरंगजेब की कब्र का मामला क्यों उठा?
औरंगजेब की कब्र महाराष्ट्र के भिंगार (औरंगाबाद) में स्थित है और इसे भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) द्वारा संरक्षित किया गया है। इससे पहले भी यह मुद्दा उठ चुका है, और महाराष्ट्र सरकार इसे हटाने की मांग कर चुकी है।
स्थिति अब नियंत्रण में
पुलिस और प्रशासन ने बताया कि अब स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन कुछ इलाकों में कर्फ्यू और धारा 144 लागू है।
