मुंबई, देश का सबसे महंगा महानगर, जहां रहना और बसना आम व्यक्ति के लिए बेहद खर्चीला है। यहां किराए पर फ्लैट या कमरा लेने में ही आय का बड़ा हिस्सा खर्च हो जाता है। इसके बावजूद, मुंबई में संपत्ति खरीदने की इच्छा लोगों में मजबूत बनी हुई है।
संपत्ति पंजीकरण में रिकॉर्ड बढ़ोतरी
2024 में मुंबई नगर निगम क्षेत्र में संपत्ति पंजीकरण में 11% की वृद्धि दर्ज की गई। 1,41,202 संपत्तियों का पंजीकरण किया गया, जो पिछले 13 वर्षों में सबसे अधिक है। नाइट फ्रैंक इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, दिसंबर 2024 में बीएमसी के तहत 12,418 संपत्तियों का पंजीकरण किया गया, जिससे सरकार को 1,134 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ। वहीं, दिसंबर 2023 में 12,285 संपत्तियों का पंजीकरण हुआ था।
आवासीय संपत्तियों का दबदबा
दिसंबर में कुल पंजीकरणों में से 80% आवासीय संपत्तियों का हिस्सा था। रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में कुल संपत्ति पंजीकरण 1,41,202 तक पहुंचने की संभावना है, जिससे 12,141 करोड़ रुपये का राजस्व उत्पन्न होगा। यह पिछले 13 वर्षों का सबसे ऊंचा आंकड़ा है।
विशेषज्ञों की राय
नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर शिशिर बैजल ने कहा, “जनवरी से दिसंबर 2024 के बीच संपत्ति पंजीकरण में साल-दर-साल 11% की वृद्धि हुई, जिससे 12% अधिक राजस्व प्राप्त हुआ। यह आंकड़ा पिछले एक दशक में सबसे अधिक है। यह दर्शाता है कि घर खरीदने वालों के लिए गुणवत्ता और मूल्य का महत्व कितना बढ़ गया है।”
रिलॉय के संस्थापक और सीईओ अखिल साराफ ने कहा, “आवासीय संपत्तियों की मजबूत मांग सभी क्षेत्रों में देखी जा रही है।”