रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने राज्यवासियों को एक ऐतिहासिक सौगात दी है। उन्होंने 147 करोड़ रुपये की लागत से चित्रोत्पला फिल्म सिटी के निर्माण की घोषणा की। यह परियोजना छत्तीसगढ़ी फिल्म उद्योग, नाटकों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरू की जा रही है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए भारत सरकार ने भी स्वीकृति प्रदान की है।
चित्रोत्पला फिल्म सिटी:
इस फिल्म सिटी के निर्माण से छत्तीसगढ़ी फिल्मों और नाटकों को एक नई पहचान मिलेगी। यह प्रदेश की संस्कृति और भाषा को न केवल राष्ट्रीय बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान दिलाने में सहायक होगी। इसके अलावा, यह परियोजना पर्यटन को भी बढ़ावा देगी और राज्य के कलाकारों को नए अवसर प्रदान करेगी।
मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि पद्मश्री सम्मान प्राप्त विभूतियों को दी जाने वाली मासिक सम्मान राशि 5,000 रुपये से बढ़ाकर 10,000 रुपये कर दी जाएगी।
राजभाषा आयोग पर जोर:
मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग का साहित्य परिषद में विलय समाप्त करने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि आयोग अब स्वतंत्र रूप से छत्तीसगढ़ी भाषा के प्रचार-प्रसार का कार्य करेगा। इस मौके पर 12 छत्तीसगढ़ी पुस्तकों का विमोचन किया गया और छह साहित्यकारों को सम्मानित किया गया।
संविधान में छत्तीसगढ़ी के लिए प्रयास:
इस अवसर पर लोकसभा सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने छत्तीसगढ़ी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल कराने के लिए प्रयास तेज करने की बात कही।
कलाकारों और साहित्यकारों में उत्साह:
मुख्यमंत्री की घोषणाओं से प्रदेश के साहित्यकारों और कलाकारों में खुशी की लहर है। वे मानते हैं कि यह कदम छत्तीसगढ़ी भाषा और संस्कृति के संरक्षण और विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा।