नवा रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बुधवार को नवा रायपुर स्थित पुलिस मुख्यालय में राज्य स्तरीय साइबर भवन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि “साइबर अपराध आधुनिक समय की सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है, जिसे रोकने के लिए जागरूकता और तकनीकी कौशल का होना अत्यंत आवश्यक है।”
कार्यक्रम में साइबर अपराध की चुनौतियों और उसे रोकने के लिए राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कदमों पर विस्तार से चर्चा की गई। मुख्यमंत्री ने बताया कि अक्टूबर माह में 410 जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनके माध्यम से 23 लाख लोगों को साइबर सुरक्षा की महत्वपूर्ण जानकारी दी गई। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस तरह के जागरूकता अभियान साइबर अपराध के खिलाफ लड़ाई में बेहद कारगर साबित हो रहे हैं।
तकनीकी क्षमताओं में वृद्धि:
मुख्यमंत्री ने राज्य में तकनीकी क्षमताओं को मजबूत करने के लिए आईआईटी भिलाई और आईआईएम रायपुर के साथ की जा रही साझेदारियों पर भी प्रकाश डाला। ये संस्थान साइबर अपराध से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
एमओयू और नई तकनीकी पहल:
कार्यक्रम के दौरान, पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को कठिन परिस्थितियों में वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए बैंकों के साथ 8 समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने ‘सशक्त’ मोबाइल ऐप और पुलिस विभाग के सोल्यूशन मोबाइल ऐप का भी शुभारंभ किया। ये ऐप्स साइबर अपराध के खिलाफ लड़ाई को मजबूत बनाने में मदद करेंगे।
सम्मान समारोह:
कार्यक्रम में उन पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को सम्मानित किया गया जिन्होंने साइबर अपराध की जांच में उत्कृष्ट कार्य किया है।
मुख्यमंत्री का संदेश:
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार साइबर अपराध रोकने के लिए आधुनिक तकनीक और जागरूकता दोनों के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य कर रही है। उनका यह प्रयास राज्य को साइबर अपराध से सुरक्षित बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।