इस्तांबुल। अमन सहरावत ने उम्मीदों पर खरा उतरते हुए पुरुषों की फ्रीस्टाइल 57 किग्रा वर्ग में पेरिस ओलंपिक कोटा हासिल कर लिया, लेकिन दीपक पूनिया शनिवार को यहां विश्व क्वालीफायर में पहले दौर में करारी हार के बाद क्वालीफिकेशन दौड़ से बाहर हो गए। अंडर-23 विश्व चैम्पियन और सीनियर एशियाई चैम्पियनशिप विजेता अमन से 57 किग्रा में मजबूत प्रदर्शन की उम्मीद थी और इस 20 साल के पहलवान ने भी निराश नहीं किया। उन्होंने भारत को शर्मसार होने से बचाया भी, क्योंकि इससे पहले किसी पुरुष पहलवान ने पेरिस ओलंपिक कोटा हासिल नहीं किया था। छत्रसाल स्टेडियम में ट्रेनिंग करने वाले अमन ने अपने तीनों मुकाबलो में दोहरे अंक के स्कोर से जीत हासिल की जिसमें से दो तकनीकी श्रेष्ठता वाली जीत रहीं।
यूक्रेन के एंड्री यातसेंको को हराने से पहले उन्होंने जॉजी वालेनतिनोव को 10-4 से मात दी। यातसेंको ने भारतीय पहलवान को चुनौती दी लेकिन अमन उनके लिए काफी मजबूत साबित हुए। अमन ने अपने प्रतिद्वंद्वी को ‘टेक डाउन’ के बाद तकनीकी श्रेष्ठता से जीत हासिल की। उन्होंने सेमीफाइनल में उत्तर कोरिया के चोंगसोंग हान को 12-2 के अंतर से पराजित किया। सुजीत कलकल ने 65 किग्रा में उज्बेकिस्तान के उमिदजोन जलोलोव के खिलाफ 3-2 से जीत दर्ज की और इसके बाद कोरिया के जुनसिक युन को तकनीकी श्रेष्ठता से हराया।
सुजीत ने क्वार्टरफाइनल में कनाडा के लाचलान मौरिस को 10-0 से मात देकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया। लेकिन वह एशियाई खेलों के चैम्पियन और एशियाई चैम्पियनशिप के रजत पदकविजेता मंगोलिया के तुल्गा तुमुर ओचिर से 1-6 से हार गये। अब उन्हें पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने के लिए दो मुकाबले जीतने होंगे। तोक्यो ओलंपिक में मामूली अंतर से कांस्य पदक से चूके पूनिया (86 किग्रा) पहले मुकाबले में चीन के ताकतवर जुशेन लिन पर बढ़त लेने के बावजूद 4-6 से हार गए। भारतीय टीम में सबसे अनुभवी पहलवान पूनिया पहले पीरियड में 3-0 से बढ़त बनाये थे।
चीन के पहलवान ने वापसी करते हुए स्कोर 4-3 कर दिया और अंत में जीत दर्ज करने में सफल रहे। जयदीप अहलावत ने 74 किग्रा में1-3 से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए मोल्दोवा के वासिल डायकॉन के खिलाफ 5-3 से जीत हासिल की और प्री-क्वार्टर फाइनल में पहुंचे। फिर उन्होंने ऑस्ट्रिया के साइमन मार्चल के खिलाफ तकनीकी श्रेष्ठता से जीत दर्ज की लेकिन क्वार्टरफाइनल में स्लोवाकिया के तैमुराज साल्काजानोव से 0-3 से हार गये। वह हालांकि दौड़ में बने हुए हैं। अगर स्लोवाकियाई पहलवान फाइनल में पहुंच जाता है तो उसे रेपेशाज के जरिये एक मौका मिलेगा। इससे पहले दिन में दीपक (97 किग्रा) और अनुभवी सुमित मलिक (125 किग्रा) अपने पहले दौर के मुकाबले हार गए।