हुआलीन। ताइवान में आए शक्तिशाली भूकंप के एक दिन बाद बृहस्पतिवार को बचावकर्मी लापता लोगों की खोज में जुट हुए हैं। ताइवान में बुधवार को आये भूकंप को बीते 25 वर्ष में सबसे शक्तिशाली भूकंप माना जा रहा है, जिससे कई इमारतें क्षतिग्रस्त हो गयीं और कई लोग दूर-दराज के इलाकों में फंस गये। भूकंप से मरने वालों की संख्या बढ़कर 10 हो गयी है। भूकंप के केंद्र के समीप पूर्वी तटीय शहर हुआलीन में मजदूरों ने एक क्षतिग्रस्त इमारत को स्थिर करने के लिए उसके चारों ओर निर्माण सामग्री डालने के लिए खुदाई की।
मेयर सू चेन-वेई ने पहले कहा था कि भूकंप से 48 आवासीय इमारतें क्षतिग्रस्त हुईं। इन क्षतिग्रस्त इमारतों में से कुछ के भूतल ढह गये, जिसकी वजह से ये इमारतें खतरनाक तरीके से झुक गईं। हुआलीन में रहने वाले कुछ लोग फिलाहल तंबू में रह रहे हैं और इस जगह को राजधानी ताइपे से जोड़ने वाली मुख्य सड़क बृहस्पतिवार दोपहर बाद भी बंद रही हालांकि ताइवान के अधिकांश हिस्सों में जन-जीवन सामान्य होता दिखाई दिया। सेंट्रल न्यूज एजेंसी की खबर के अनुसार, हुआलीन के लिए स्थानीय रेल सेवा को फिर से शुरू किया गया और कुछ ट्रेनों को चलने की अनुमति दी गयी। भूकंप में करीब 1070 लोग घायल हुए हैं। मारे गये 10 लोगों में से कम से कम चार व्यक्ति तारोको राष्ट्रीय उद्यान के भीतर थे।
अधिकारियों ने बताया कि एक व्यक्ति क्षतिग्रस्त इमारत में मृत पाया गया जबकि दूसरा हो रेन खदान में मृत मिला। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार दोपहर को एक पगडंडी से एक शव बरामद किया। राष्ट्रीय दमकल एजेंसी के मुताबिक करीब 700 लोग लापता हैं, जिसमें से 600 से ज्यादा तारोको के सिल्क प्लेस नाम के एक होटल के भीतर फंसे हुए हैं।
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अधिकारियों ने बताया कि कर्मचारी और मेहमान सुरक्षित हैं और उनके पास भोजन व पानी है। उन्होंने बताया कि होटल की सड़कों की मरम्मत का काम पूरा होने के करीब है।उन्होंने कहा कि जिन अन्य लोगों के फंसे होने की सूचना है, उनमें दो दर्जन पर्यटक और विश्वविद्यालय के छह छात्र भी बिल्कुल सुरक्षित हैं।