China से Arunachal Pradesh में झगड़े के बीच, अचानक हाईवे पर भारत ने उतारे Sukhoi -30 लड़ाकू विमान

चीन से सीमा पर तनाव के बीच भारतीय वायुसेना एक्स मोड में आ चुकी है। अरुणाचल प्रदेश में पीएम मोदी की यात्रा और सेला सुरंग को लेकर चीन बवाल मचा रहा है। वहीं भारतीय वायुसेना अपनी क्षमता का प्रदर्शन कर रही है। वायु सेना के लड़ाकू और परिवहन विमानों ने आंध्र प्रदेश के बापटला जिले के कोरिसापाडु नेशनल हाईवे पर लैंडिंग और उड़ान भरकर एक बार फिर अपनी क्षमता और कौशल का परिचय दिया है।

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बापटला के पुलिस अधीक्षक (एसपी) वकुल जिंदल ने कहा कि भारतीय वायु सेना (आईएएफ) ने सोमवार को पिचिकालागुडिपाडु गांव के पास राष्ट्रीय राजमार्ग -16 पर आपातकालीन विमान लैंडिंग का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। अधिकारी ने कहा कि परीक्षण में दो परिवहन विमान, एएन-32 और डोर्नियर शामिल थे, जिनका उद्देश्य भविष्य में किसी भी आपात स्थिति का सामना करने के लिए भारतीय वायुसेना की आपातकालीन तैयारियों को मजबूत करना था। जिंदल ने बताया कि ट्रायल लैंडिंग अभ्यास सफलतापूर्वक पूरा हो गया है. दो परिवहन विमान, एएन-32 और डोर्नियर उतरे। एसपी ने कहा कि परिवहन विमान के अलावा, सुखोई एसयू-30 समेत कई लड़ाकू विमानों ने अभ्यास के हिस्से के रूप में बिना लैंडिंग किए सुविधा के ऊपर से उड़ान भरी।

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ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि नेशनल हाइवे पर वायु सेना के विमान क्यों उतारे गए। आपको बता दें कि अपनी तैयारी पूरी रखने के लिए और अपनी क्षमता व कौशल का परिचय देने के लिए वायु सेना लगातार इस तरह की ट्रेनिंग करती है। हाईवे स्ट्रिप या रोड रन वे, हाइवे का एक रूप है जिसे सेना के विमान को उतारने के लिए बनाया जाता है। इसके साथ ही युद्ध में दुश्मन के सबसे कमजोर लक्ष्य को भेदने के लिए सेना के कैंप के रूप में काम आता है।