प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी देशभर में लोगों को सूरज पोर्टल की सौगात दी। राष्ट्रीय पोर्टल सामाजिक उत्थान और रोजगार पर आधारित है। वंचितों को रोजगार के लिए ऋण प्रदान किया जाएगा। नमस्ते (National Action For Mechanised Sanitation Ecosystem) योजनाओं से लाभार्थियों का सशक्तिकरण इस पोर्टल का उद्देश्य है। पोर्टल से रोजगार के अवसर तैयार होंगे। आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग अंतर्गत भारत सरकार सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा सीवर और सेप्टिक टैंको की सफाई के संचालन हेतु नमस्ते (National Action For Mechanised Sanitation Ecosystem) योजना लागू किया गया है।
प्रधानमंत्री मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी वर्चुअली सम्बोधित करते हुए कहा कि पीएम सूरज योजना के तहत आर्थिक सामाजिक सशक्तिकरण योजनाओं के तहत विगत वर्षों में लाभांवित हुये हितग्राहियों को योजना के संबंध में जानकारी देने एवं भविष्य में इनके आर्थिक विकास हेतु राष्ट्रीय स्तर पर संचालित अनुसूचित जाति, अन्य पिछड़ा वर्ग एवं सफाई कामगार वर्ग के लोगों को आर्थिक लाभ देकर विकास की धारा से जोड़ने मुख्य उद्देश्य है। प्रधानमंत्री ने देशभर में अलग-अलग राज्यों से पिछड़े वर्ग एवं आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग लाभार्थियों से भी बातचीत की। समाज के सबसे असहाय वर्गो को उठाना हमारा उद्देश्य है। इस पोर्टल के माध्यम से वंचित समुदाय के लोगों को सीधे आर्थिक सहायता दी जाएगी। कही भी चक्कर लगाने की जरूरत नही है। नमस्ते योजना से सफाई कर्मचारियों का जीवन बेहतर होगा। सम्मान जनक जीवन की व्यवस्था इसी क्रम में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज वर्चुअल रूप से पीएम-सूरज राष्ट्रीय पोर्टल लांच किया। जिले में यह कार्यक्रम पद्मनाभपुर के स्वामी विवेकानंद सभागार में आयोजित किया गया ।
वर्चुअल रूप में देश के 470 जिलों से जुड़े हुए थे। इस अवसर पर विधायक श्री ललित चंद्राकर एवं श्री गजेन्द्र यादव, कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी, आयुक्त नगर निगम दुर्ग श्री लोकेश चंद्राकर सहित राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, अंत्यावसायी निगम द्वारा संचालित अनुसूचित जाति, अन्य पिछड़ा वर्ग एवं सफाई कामगार वर्ग के लाभार्थियों उपस्थिति थे। इस अवसर पर विधायक श्री गजेन्द्र यादव अपने संक्षिप्त उद्बोधन में कहा कि यह योजना सफाई कामगारों के लिए बहुत ही लाभदायक योजना है। सीधे पोर्टल के माध्यम से लाभ प्राप्त कर सकते हैं। हम सब बहुत भाग्यशाली हैं जो सरकार की योजनाओं से जुड़े हुए हैं।
कार्यक्रम के अंत में अंत्यावसायी कार्यालय द्वारा अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग के सफल 08 लाभार्थियों को ऋण मुक्त प्रमाण पत्र एवं जय अन्नपूर्णा स्व-सहायता समूह नगपुरा के 15 आवेदकों के समूह को टीफिन/मध्यान भोजन व्यवसाय हेतु 3.00 लाख रूपये का ऋण, संध्या स्व-सहायता समूह ग्राम बिरेझर की 25 आवेदकों के समूह को सिलाई कार्य हेतु 5.00 लाख रूपये का ऋण एवं छत्तीसगढ़ महतारी स्व-सहायता समूह ग्राम डूमरडीह के 22 आवेदकों के समूह को 4.40 लाख रूपये का ऋण मिलेट्स के उत्पादकों की ब्रिकी हेतु ऋण का चेक वितरीत किया गया।
राष्ट्रीय निगम की योजना के तहत जिले के अनुसूचित जाति वर्ग के शिक्षित बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार स्थापित करने हेतु ऋण उपलब्ध कराया गया है। कृष्णा नगर सुपेला भिलाई जिला दुर्ग निवासी कु. तृप्ति बंजारे पिता श्री डेरेश्वर कुमार बंजारे (29 वर्ष) को 1 लाख रूपए की राशि ऋण में दी गई। तृप्ति को योजनांतर्गत मेडिकल स्टोर्स व्यवसाय हेतु वर्ष 2021 मंे 6 प्रतिशत वार्षिक ब्याज की दर से 5 वर्ष की अवधि हेतु ऋण स्वीकृत किया गया उनके द्वारा सफलतापूर्वक मेडिकल स्टोर्स का संचालन कर नियमित रूप से वितरीत ऋण की मूलधन व ब्याज अदा किया गया। 5 वर्ष की समयावधि के पूर्व ही इनके द्वारा मूलधन एवं ब्याज की राशि पटा दी गई जिसमें नियमानुसार इन्हे ब्याज में छूट भी प्रदाय किया गया एवं उन्हे आत्मनिर्भर बनने एवं समयावधि के पूर्व ही ऋण राशि व्याज सहित वापस किये जाने के कारण ऋण मुक्त प्रमाणपत्र दिया गया।
इसी प्रकार कृष्णा नगर सुपेला भिलाई की कुमारी तृप्ति बंजारे को 1 लाख रूपए मेडिकल स्टोर्स के लिए, पदमनाभपुर दुर्ग के श्री कुलदीप कोर्सेवाड़ा को 2 लाख रूपए रेडिमेंट कपड़ा व्यवसाय के लिए, पोटिया बस्ती के श्री जयप्रकाश पाटिल को 2 लाख रूपए टेलरिंग वर्क के लिए, राजीव नगर की कुमारी अंजली साहू को 1 लाख रूपए कपड़ा व्यवसाय के लिए, ग्राम नगपुरा निवासी श्रीमती भारती सिन्हा को 1 लाख रूपए कम्प्यूटर सेंटर व्यवसाय के लिए, ग्राम पाउवारा निवासी श्रीमती तारा साहू को एक लाख रूपए फोटोकापी एवं जनरल स्टोर्स के लिए, आर्य नगर कोहका की श्रीमती अनिता वर्मा को 1 लाख रूपए कपड़ा व्यवसाय के लिए प्रमाण पत्र दिया गया।
इसी प्रकार ग्राम गोड़पेण्ड्री पाटन, जिला दुर्ग निवासी श्री खोमन लाल खुटियारे पिता श्री देवलाल खुटियारे (26 वर्ष) को मुर्गीपालन व्यवसाय हेतु 2 लाख रूपए की राशि ऋण स्वीकृत की गई। खोमन लाल को वर्ष 2016 में 6 प्रतिशत वार्षिक ब्याज की दर से 5 वर्ष की अवधि हेतु ऋण स्वीकृत किया गया। उनके द्वारा भी सफलतापूर्वक मुर्गीपालन व्यवसाय का संचालन कर नियमित रूप से वितरीत ऋण को मूलधन व ब्याज की राशि पटाया गया। जिसके फलस्वरूप उन्हें ऋणमुक्त प्रमाण पत्र दिया गया।