जिला पुलिस द्वारा प्रारंभ नशा मुक्ति अभियान जियों खुलकर के तहत आयोजित जागरुकता शिविर में सीएसपी विवेक शुक्ला ने इससे होने वालें दुष्प्रभाव के संबंध में नागरिकों को जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नशे से शारीरिक क्षति होने के साथ मानसिक क्षति भी होती है। नशा जहां परिवार को तहस नहस कर देता है। वहीं समाज में भी दुष्प्रभाव छोड़ता है और इससे समाज में अपराध व अशांति फैलती है। इस दौरान उन्होंने लोगों को नशा न करने का संकल्प भी दिलाया। यहां मौजूद महिलाओं ने नशे के कारोबार को रोकने के लिए महिला कमांडो का गठन किए जाने का सुझाव दिया।
दुर्ग (छत्तीसगढ़)। पुलिस विभाग द्वारा जियो खुलकर नशा मुक्ति अभियान के तहत रविवार को शहर के कुंदरापारा क्षेत्र में जागरुकता शिविर लगाया गया। शिविर में जनता को नशे से होने वाले दुष्प्रभाव के बारे में बताया गया। साथ ही उन्हें बताया गया कि कैसे आप नशे के खिलाफ इस जंग में अपना सहयोग प्रदान कर सकते हैं। उन्हें हेल्पलाइन नंबर 112 की जानकारी दी गई। इस पर नंबर पर नागरिक संपर्क कर नशा संबंधी होने वाले अवैध व्यापार की सूचना दे सकते हैं। उन्हें विश्वास दिलाया गया कि सूचना देने वाले की पहचान गोपनीय रखी जायेगी। शिविर में ब्रह्मकुमारी और गायत्री परिवार के सदस्यों ने नशे आदत वाले व्यक्ति को नशा मुक्ति की ओर ले जाया जा सकता है, की जानकारी दी। नशा मुक्ति के संबंध में किसी भी प्रकार के परामर्श के लिए सीएसपी कार्यालय में परामर्श केंद्र स्थापित किए जाने की जानकारी भी दी गई।
जियो खुलकर नशा मुक्ति अभियान पुलिस महानिरीक्षक (दुर्ग रेंज) विवेकानंद सिन्हा व एसएसपी अजय यादव के मार्गदर्शन में प्रारंभ किया गया है। जिसमें सिटी एएसपी रोहित कुमार झा, रूलर एएसपी लखन पटले व सीएसपी विवेक शुक्ला के नेतृत्व में नागरिकों को नशे से बचने के संबंध में जागरुक किया जा रहा है। इस अभियान में समाज कल्याण विभाग, शिक्षा विभाग तथा अन्य गैर सरकारी संगठनों से सहयोग लिया जा रहा है। शिविर में सीएसपी विवेक शुक्ला के साथ पद्मनाभपुर पुलिस चौकी हरनारायण पांडेय, समाज कल्याण विभाग के उप संचालक दीप ठाकुर, कल्याणी संस्था से अजय कल्याणी, ब्रह्मकुमारीज से बेनी भाई, गायत्री परिवार से सावजी अधिवक्ता ऋषि तिवारी विशेष रुप से उपस्थित थे।