दुर्ग (छत्तीसगढ़)। स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत स्मार्ट ड्राइविंग लाइसेंस कार्ड स्कीम का लाभ नागरिकों तक पहुंचे के लिए एनएसएस बीआईटी दुर्ग ने यातायात स्मार्ट कार्ड कैंप का आयोजन किया। समय के साथ साथ हर क्षेत्र में डिजिटलाइजेशन हो रहा है और इसी क्रम में लर्निंग लाइसेंस एवं यातायात से संबंधित दस्तावेज़ को भी स्मार्ट बनाया जा रहा हैं। इस स्मार्ट कार्ड में वाहन की सारी जानकारी होगी, जिससे नागरिकों को अलग अलग डॉक्यूमेंट्स लेकर नहीं चलना पड़ेगा तथा यातायात संरक्षक को भी सारी जानकारी लेने में आसानी होगी।
यातायात स्मार्ट कार्ड कैंप का आयोजन 11 अप्रैल एवं 12 अप्रैल को किया गया। कैंप में अधिकृत कर्मचारियों ने स्मार्ट कार्ड बनाने का कार्य किया। यातायात स्मार्ट कार्ड बनाने के लिए स्टॉफ के रूप में विनय प्रताप सिंह, प्राची सिंह, संजय मंडल, सौरभ गुप्ता, शिवम झा एवं लर्निंग लाइसेंस के लिए स्टॉफ के रूप में राजेश कोटवानी, मनीष कसेर, ललिता यादव, वंदना साव, पूजा वर्मा मौजूद थे। दो दिन के कैंप में जिम्मेदार नागरिकों ने कैंप का लाभ उठाते हुए लर्निंग लाइसेंस एवं स्मार्ट कार्ड बनवाएं। कैंप का आयोजन बीआईटी दुर्ग के कैंपस में किया गया।

दो दिन के शिविर में विनय प्रताप सिंह एवं राजेश कोटवानी जी की ने 50 यातायात स्मार्ट कार्ड एवं 50 लर्निंग लाइसेंस बनाए। शिविर को सफल बनाने में एनएसएस बीआईटी दुर्ग के स्वयंसेवकों, कॉलेज के कर्मचारी एवं छात्रों ने अपना योगदान दिया।
यह कार्यक्रम डॉ. अरुण अरोरा (संचालक बीआईटी, दुर्ग), डॉ. एम के गुप्ता (प्रचार्य बीआईटी, दुर्ग), एवं एनएसएस बीआईटी दुर्ग के कार्यक्रम अधिकारी, डॉ. शबाना नाज़ सिद्दीकी एवं अभिजीत लाल के निर्देशन में किया गया एवं स्वयं सेवक कार्यक्रम के आयोजन हेतु स्वेच्छापूर्वक कार्य किया।
