बेमेतरा में सांप्रदायिक तनाव कायम : बीरनपुर गांव के पास मिले दो युवकों के शव, शिनाख्त नहीं

बीरनपुर गांव में पसरा हुआ है सन्नाटा

बेमेतरा (छत्तीसगढ़)। बेमेतरा के बिरनपुर से लगे हुए कोरवाय गांव में दो युवकों के शव मिले हैं। इनके सिर पर चोट के निशान है, जिससे यह हत्या का मामला माना जा रहा है। एसपी इंदिरा कल्याण ऐलसेला ने इसकी पुष्टि कर दी है। एसपी ने दोनों युवकों की हत्या की आशंका जताई है। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए बेमेतरा भेजा गया है। मृतकों के बारे में आसपास के थानों से भी जानकारी जुटाई जा रही है। इस क्षेत्र में पिछले तीन दिन से दो समुदायों के बीच तनाव चल रहा है। इसके बाद पूरे क्षेत्र को छावनी में बदल दिया गया है। गांवों में आना-जाना रोक दिया गया है और गली-गली में बैरिकेडिंग है।

मंगलवार को भी गांव में तनावपूर्ण हालात को देखते हुए सुरक्षा बढ़ा दी गई है। 10 किलोमीटर के रेंज में पुलिस जवान तैनात हैं। बिरनपुर गांव में 1000 पुलिस जवानों को तैनात किया गया है। गांव की गलियों में भी आज बैरिकेडिंग कर दी गई है। एक-एक गली में पुलिस जवानों को तैनात किया गया है। पूरा गांव छावनी में तब्दील हो गया है। 5 जिलों यानि बेमेतरा, दुर्ग, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई, राजनांदगांव और कवर्धा के पुलिस अधीक्षक मौके पर मौजूद हैं। बिलासपुर के एडिशनल एसपी राहुल देव भी बेमेतरा में मौजूद हैं।

बिरनपुर गांव को पुलिस ने सील कर दिया है। यहां धारा 144 तो लागू है ही, साथ ही अब बाहर से किसी को आने-जाने की अनुमति नहीं है। जनप्रतिनिधियों और मीडिया पर भी पाबंदी लगा दी गई है। गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। गांव में इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई है, ताकि सोशल मीडिया पर गलत सूचनाएं फैलाकर दोनों समुदायों की भावनाओं को भड़काया नहीं जा सके।

इससे पहले बीरनपुर में शनिवार को दो समुदायों की बीच हुई हिंसक झड़प में भुनेश्वर साहू (23 वर्ष) की हत्या के विरोध में सोमवार को बंद के दौरान जिस बिरनपुर गांव में घटना हुई थी, वहां उग्र हुई भीड़ ने एक मकान को आग लगा दी। इस दौरान मकान के भीतर ब्लास्ट हो गया। तोड़फोड़ करने पर उतारू भीड़ को संभालने के लिए दुर्ग रेंज के आईजी आनंद छाबड़ा सहित कई पुलिस अफसर-जवान यहां थे। इसी समय ब्लास्ट हुआ।