सरकार द्वारा प्रतिबंधित आल्टरनेटिव चिकित्सा पद्धति की डिग्रियां बांटने के मामले में पुलिस ने एक आरोपी को अपनी गिरफ्त में लिया है। रायपुर की सिविल लाइन पुलिस ने यह कार्रवाई की है। आरोपी को मंगलवार को दुर्ग के मठपारा से गिरफ्तार किया गया है।
दुर्ग (छत्तीसगढ़) । मोटी रकम वसूलकर प्रतिबंधित आल्टरनेटिव पद्धति की बीएएमएस, बी फार्मा व बीएचएमएस डिग्री बांटने की शिकायत पर रायपुर सिविल लाइन पुलिस में पीडितों ने की थी। इस मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने मठपारा में अल्टरनेटिव मेडिकल इंस्टीट्यूट के संचालक को ठगी के आरोप में गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार संचालक का नाम शैलेंद्र कुमार गवालरे बताया गया है। आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ सरकार ने वर्ष 2011 से अल्टरनेटिव चिकित्सा प्रणाली से जुड़ी संस्थाओं के संचालन पर रोक लगा रखी है। इस कारण प्रदेश में ऐसे किसी भी संस्थान को अल्टरनेटिव चिकित्सा प्रणाली अध्ययन-अध्यापन व डिग्रियां देने संबंधी मान्यता नहीं है। इसके बाद भी आरोपी द्वारा लंबे समय से मठपारा में अल्टरनेटिव मेडिकल इंस्टीट्यूट के नाम से संस्थान संचालित किया जा रहा था। बताया जाता है कि संचालक द्वारा लोगों से मोटी रकम वसूल कर बीएएमएस, बी फार्मा व बीएचएमएस व अन्य डिग्री दी जा रही थी। मान्यता नहीं होने के कारण किसी भी डिग्रीधारी का रोजगार कार्यालय में पंजीयन नहीं हो रहा था और न ही किसी संस्थान में नौकरी मिल रही थी। इससे प्रभावित 10 डिग्रीधारियों ने रायपुर के सिविल लाइन थाने में संचालक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। इसके बाद मंगलवार को रायपुर पुलिस ने दुर्ग मठपारा पहुंचकर संचालक को गिरफ्तार किया।