मनरेगा योजना के तहत मजदूरों से काम लेने के बाद उनकी मेहनत का पैसा नहीं दिए जाने के मामले को लेकर बुधवार को कलेक्टोरेट का घेराव किया गया। जिला पंचायत कृषि स्थायी समिति अध्यक्ष मुकेश बेलचंदन के नेतृत्व में इस प्रदर्शन में प्रभावित ग्रामीण शामिल थे। प्रदर्शनकारियों ने कलेक्टोरेट के पोर्च में धरना देकर अपना विरोध प्रदर्शन भी किया।
दुर्ग (छत्तीसगढ़)। जिला पंचायत सदस्य मुकेश बेलचंदन ने आरोप लगाया है कि देश के सबसे बड़ा पर्व दिवाली करीब है और मजदूरों को आर्थिक तंगी का सामना करना पड रहा है। आखिर पैसे के आभाव में मजदूर कैसे मनाएगें दिवाली। उन्होंने बताया कि दुर्ग विकास खंड की ग्राम पंचायत निकुम व खुरसुल में ग्रामीणों से मनरेगा योजना के तहत काम लिया गया था। योजना के तहत नाली निर्माण, तालाब पिचिंग, गहरीकरण, डबरी निर्माण के स्वीकृत कार्यों को कराया गया था। लगभग 65 मजदूरों ने 90 दिन तक योजना के तहत मजदूरी की थी, लेकिन अब तक ग्रामीणों के मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया है। उन्होंने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए मजदूरों का बकाया भुगतान शीघ्र कराए जाने की मांग की है।