एनएसएस बीआईटी दुर्ग के स्वयंसेवकों ने गोद ग्राम भानपुरी में कैंप लगाकर दी सेवाएं, ग्रामीणों को किया जागरूक

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। एनएसएस बीआईटी दुर्ग द्वारा सात दिवसीय यूनिट कैंप, गोदग्राम- भानपुरी का आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। एनएसएस कैंप 2023 का विषय – “ग्रामीण विकास के लिए युवा” रखा गया , जो गाँव के विकास में युवाओं के योगदान पर आधारित था ।एनएसएस स्वयंसेवकों द्वारा विभिन्न गतिविधियों के परिणाम स्वरूप एनएसएस यूनिट कैंप 2023 सफल रहा।
कैंप में सभी कार्यों के लिए स्वयंसेवकों की अलग – अलग टीम बनाई गई थी , जिससे सभी कार्य व्यवस्थित ढंग से पूरा हो सके । प्रतिदिन स्वयंसेवकों द्वारा प्रभात फेरी ,गाँव का सर्वेक्षण , स्कूल एक्टिविटी ,परियोजना कार्य , भोजन तैयार करना , गाँव के खेल आदि कैंप की गतिविधियों में शामिल थे।

कैंप के प्रथम दिवस भानपुरी गांव के सरपंच राजू लाल देशमुख द्वारा इस सात दिवसीय यूनिट कैंप का उद्‌घाटन किया गया । स्वयंसेवकों द्वारा प्रभात फेरी निकाल कर कैंप की शुरुआत की गई। स्वयंसेवकों की एक टीम द्वारा स्वच्छता अभियान चलाया गया , जिससे गांव में स्वच्छता जागरूकता का संदेश दिया गया। स्वयंसेवको द्वारा गांव का सर्वेक्षण कर ग्रामवासियों की आवश्यकताओं तथा परेशानियों को समझकर हल करने का कार्य किया जा रहा है। दोपहर में बौद्धिक परिचर्चा का आयोजन किया गया जिसमें हार्टफूलनेस संस्था के डॉक्टर एस. डी. देशमुख द्वारा मेडिटेशन के महत्व को समझाया गया। इस प्रकार कैंप का आरंभ शानदार रहा।

कैंप के दूसरे दिन सुबह हर दिन की तरह प्रभात फेरी निकाली गई जिसमें मतदान की जागरूकता हेतु नारे लगाए गए ,जिसके पश्चात हार्टफूलनेस संस्था द्वारा योग करवाया गया। गांव के मिडिल स्कूल में निबंध व चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की गई। तथा शाला परिसर की साफ-सफाई की गई। दोपहर की बौद्धिक परिचर्चा में सेल्फ डिफेंस का सेशन रखा गया, सेल्फ डिफेंस का सेशन सफल रहा जिसमें स्वयंसेवको को कई जानकारी प्राप्त हुई। 13 फरवरी को अंडा थाना के टीआई श्री अंबिका मरकाम आए और बच्चों के साथ बातचीत की जहां उन्होंने बच्चों के हालचाल जाना और उनके और स्वयंसेवकों के रहने में हर संभव मदद सुनिश्चित की।
तृतीय दिवस स्कूल एक्विटी में कक्षा आठवीं के विद्यार्थियों के लिए पज़ल सॉल्विंग प्रतियोगिता करवाई गयी, साथ ही स्वयंसेवको ने बच्चों के गणित, विज्ञान आदि विषयों के डाउट भी क्लियर किए। परियोजना कार्य की टीम ने तृतीय दिवस स्कूल में क्यारी निर्माण का कार्य किया। सभी ने मेहनत कर स्कूल की साफ-सफाई व क्यारी निर्माण का कार्य किया। दोपहर में सभी स्वयंसेवकों ने मिलकर भोजन किया। भोजन पश्चात तृतीय दिवस की बौद्धिक परिचर्चा में प्रणवी जंगएल नेशनल रेफरी द्वारा छात्राओं के लिए आत्म सुरक्षा पर सत्र लिया गया। यह सत्र में स्वयंसेवकों को एवं स्कूली छात्रों को रोजमर्रा में खुद की सुरक्षा पर टिप्स एंड ट्रिक्स दिए गए।
चतुर्थ दिवस स्कूल एक्टिविटी में मेरिट स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों की सूची बनाई गई। इस दिन छात्रों को ट्रैफिक नियमों की जानकारी देने के लिए दुर्ग ट्रैफिक पुलिस का सहयोग लिया गया। विभिन्न प्रकार के रोड साइन एवं दुर्घटना होने पर आवश्यक चीजों की जानकारी दी गई।
पंचम् दिवस बीआईटी के प्रोफेसर भी इस शादी उसे कैंप में शरीक हुए बौद्धिक परिचर्चा में स्वयंसेवकों को साइबर सिक्योरिटी के बारे में जानकारी संकल्प राय ने दी। जिसके पश्चात एवं एचआईवी की जागरूकता सीजीएसएसीएस के अधिकारी द्वारा दिया गया।
षष्ठम् दिवस स्वयंसेवकों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमो का आयोजन किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम में एनएसएस बीआईटी दुर्ग के स्वयंसेवकों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दी गई । स्कूल के बच्चों ने भी प्रस्तुति देकर कार्यक्रम में उत्साह व आनंद से चार चाँद लगा दिये । सांस्कृतिक कार्यक्रम के दिवस मुख्य अतिथि एनएसएस केसीएस वीडियो कोऑर्डिनेटर डॉ डीएस रघुवंशी माध्यमिक एवं प्राइमरी स्कूल के प्राचार्य भानपुरी गांव के सरपंच राजू लाल देशमुख एवं समस्त पंचगण रहे। साथ ही कक्षा पहली से लेकर कक्षा आठवीं तक मेरिट स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों का पुरस्कार से सम्मानित किया गया। विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजयी विद्यार्थियों को भी पुरस्कृत् किया गया। गाँव की महिलाओं के लिए रंगोली व स्वच्छ आवास जैसी प्रतियोगिताओं करवाई गई थी जिसमें महिलाओं ने बढ़चढ़ कर भाग लिया। विजयी विजेताओं को पुरस्कृत कर उनका उत्साह बढ़ाया गया।
अंतिम दिन स्वयंसेवकों को प्रमाण पत्र द्वारा सम्मानित किया गया तथा कैंप का समापन किया गया। एन एस एस बी आई दुर्ग द्वारा भानपुरी के छात्रों के लिए अच्छी शिक्षा एवं तकनीकी विकास के लिए दो कंप्यूटर दान दिए एवं 106 किताबे दान कर लाइब्रेरी की स्थापना की। साथी विज्ञान प्रयोगशाला स्थापित किया गया जहां छात्रों द्वारा बनाए गए मॉडल प्रदर्शित हुए।
साथ ही ग्रामीण घरों की मुखिया के नाम तख्तो पर लिखकर उन्हें भेंट किया। गांव में स्वच्छता बनाने के लिए जगह-जगह पर कूड़ेदान लगाए गए और हरियाली बनाए रखने के लिए 100 पेड़ दान किए गए।
सात दिवसीय विशेष शिविर एनएसएस सीएसवीटीयू कोऑर्डिनेटर डॉ डीएस रघुवंशी के मार्गदर्शन में हुआ। यह कार्यक्रम डॉ. अरुण अरोरा (संचालक बीआईटी, दुर्ग), डॉ. एम के गुप्ता (प्रचार्य बीआईटी, दुर्ग), एवं एनएसएस बीआईटी दुर्ग के कार्यक्रम अधिकारी, डॉ. शबाना नाज़ सिद्दीकी एवं अभिजीत लाल के निर्देशन में किया गया एवं स्वयं सेवक कार्यक्रम के आयोजन हेतु स्वेच्छापूर्वक कार्य किया।