छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के संस्थापक पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के खिलाफ पुलिस में दर्ज कराई गई एफआईआर का विरोध स्थानीय स्तर पर किया गया है। जोगी के खिलाफ एफआईआर फर्जी जाति प्रमाण पत्र मुद्दे पर की गई है। संगठन के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं शनिवार को कलेक्टोरेट में विरोध प्रदर्शन कर राज्यपाल के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा। उन्होंने इसे राज्य सरकार की बदलापुर राजनीति करार दिया है। इस मौके पर प्रदर्शनकारियों द्वारा सीएम का पुतला दहन करने काअसफल प्रयास भी किया।
दुर्ग (छत्तीसगढ़)। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के खिलाफ जाति प्रमाण पत्र के मामले में दर्ज कराई गई एफआईआर को लेकर मामला गर्माने लगा है। एफआईआर के विरोधमें जोगी कांग्रेस के नेता डी. प्रकाश व रामेश्वरी साहू के संयुक्त नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया। उन्होंने इसे भूपेश सरकार की नौटंकी निरुपित करते हुए कहा है कि जांच कमेटी द्वारा पुत्र को कवंर (आदिवासी) माना गया है, वहीं पिता को इस जाति का नहीं माना जाना साजिश को दर्शाता है। राज्यपाल को सौंपे गए ज्ञापन में एफआईआर को रद्द करने और प्रदेश सरकार को संयमित आचरण अपनाने की समझाइश दिए जाने की मांग की गई है। प्रदर्शन में संयोजक डी. प्रकाश के साथ महिला अध्यक्ष रामेश्वरी साहू, साक्षी मिश्रा, अनुपमा गोस्वामी, अनिता शर्मा, सुजाता सिंह, चित्ररेखा यादव, प्रकाश जोशी, मनीष यादव, तोमन चंद्राकर, लवकुमार गौर, अजीत चतुर्वेदी, विक्की मारकंडेय, धर्मेन्द्र बंजारे, सुनील बंजारे, राजेश ताम्रकार, मंगेश मनहरे, नवीन राजपूत, राजेन्द्र चंदेल, लोकेश सोनी, विजय साहू, पवन कुमार, विशाल, राखी टंडन, राजेश कश्यप, दीपक श्रीवास्तव आदि शामिल थे।