भानुप्रतापपुर उपचुनाव : पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन ने की वोट का गंगाजल छिडक कर शेर को फिर से चूहा बनाने की अपील

कांकेर (छत्तीसगढ़)। भानुप्रतापपुर विधानसभा में उपचुनाव के लिए रण की शुरुआत हो गई है। प्रदेश में ठंड का मौसम पूरे शबाब पर है पर बस्तर में सियासी गर्मी बढ़ने लगी है। बयानों का दौर शुरू हो चुका है। पूर्व मुख्यमंत्री जनता के बीच भाजपा के प्रत्याशी के लिए वोट मांगने गए थे। यहां मुसवा (चूहा) और बघवा (बाघ) की कहानी सुनाकर वोट मांगा। दरअसल उन्होंने यह कहानी वर्तमान सीएम भूपेश बघेल पर कटाक्ष करते हुए सुनाई थी।

नामांकन दाखिल करने के बाद भाजपा एक सभा का आयोजन भानुप्रतापपुर की चारामा कृषि मंडी में किया गया था। इस सभा में डॉ रमन ने एक किस्सा सुनाकर अपनी बात लोगों के बीच रखी। डॉ रमन ने कहा- मुझे एक किस्सा याद आ रहा है। एक साधु और उसकी चुहिया की कहानी है, आप लोग सुने होंगे।

डॉ रमन ने छत्तीसगढ़ी में किस्सा सुनाया। जिसका हिंदी अनुवाद यह है…एक साधु की कुटिया के पास एक चूहा रहता था। एक दिन वह बाहर घूम रहा था कि एक बिल्ली उसे खाने के लिए आई। वह भागकर साधु के पास गया और बोला कि ये बिल्ली मुझे रोज खाने की कोशिश करती है, मुझे बिल्ली बना दो। साधु ने गंगाजल छिड़का, चूहा, बिल्ली बन गया। अब वो कुटिया से निकला तो कुछ कुत्ते पीछे पड़ गए। वो भागकर फिर साधु के पास पहुंचा और बोला मुझे कुत्ते डराते हैं, अब मुझे कुत्ता बना दो।
साधु ने फिर गंगाजल छिड़का और चूहा अब कुत्ता बन गया। कुत्ता बनने के बाद वो जंगल घूमने गया, वहां शेर ने उसको दौड़ाया। चूहा फिर साधु के पास पहुंचा और बोला मुझे शेर बना दो तो कोई मुझे नहीं डराएगा। साधु ने उसको शेर बना दिया, अब शेर बनते ही चूहा बोला, मुझे भूख लगी है…मैं तुमको खा जाउंगा। डॉक्टर रमन ने जनता से कहा कि ऐसे ही आप लोगों ने वोट देकर चूहे को शेर बना दिया है, अब फिर मौका है कि आप वोट का गंगाजल छिड़को और चूहे को फिर चूहा बना दो। उन्होंने यहां के प्रत्याशी ब्रह्मानंद नेताम के लिए वोट देने की अपील भी की।