नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी के नए अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पद संभालने के बाद एक बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने बुधवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी की जगह कांग्रेस स्टीयरिंग कमेटी का गठन किया है। इस कमेटी में गांधी परिवार के सदस्यों के साथ-साथ पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह समेत कुल 47 वरिष्ठ नेताओं को शामिल किया है। ये कमेटी कांग्रेस वर्किंग कमेटी की जगह पर काम करेगी।
आज सुबह कांग्रेस वर्किंग केमेटी के सदस्यों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और AICC के सगंठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा बताया कि कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्यों, एआईसीसी के महासचिव और इनचार्ज ने अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंप दिया है।
बता दें कि मल्लिकार्जुन खड़गे के कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में पदभार ग्रहण पर सोनिया गांधी ने आज कहा कि उन्हें “राहत” महसूस हुई है, इस पद पर उन्होंने लगभग 23 वर्षों तक कार्य किया है। सोनिया गांधी ने कहा, “मैंने अपनी पूरी क्षमता से अपना कर्तव्य निभाया। आज, मैं इस जिम्मेदारी से मुक्त हो जाऊंगा. मेरे कंधे से एक भार उतर गया है। मुझे राहत की अनुभूति हो रही है।” उन्होंने कहा, “यह एक बड़ी जिम्मेदारी थी, अब जिम्मेदारी मल्लिकार्जुन खड़गे पर है।”
सोनिया गांधी ने आगे कहा कि आज सबसे बड़ी चुनौती देश में लोकतांत्रिक मूल्यों का संकट है। मुझे विश्वास है कि खरगे से पूरी पार्टी को प्रेरणा मिलेगी और उनके नेतृत्व में कांग्रेस लगातार मजबूत होगी। कांग्रेस नेताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, कांग्रेस के सामने कई चुनौतियां हैं। चुनौती यह है कि हम इसका सामना कैसे करते हैं। पूरी ताकत, एकता के साथ हमें आगे बढ़ना है और सफल होना है।

