दुर्ग (छत्तीसगढ़)। उतई थानान्तर्गत ग्राम खोपली में बच्चा चोर समझ कर मंदबुद्धि वृद्ध के साथ ग्रामीणों द्वारा मारपीट किए जाने के मामले में अंततः पुलिस द्वारा कार्रवाई की गई है। पूर्व में इस मामले में किसी प्रकार की शिकायत नहीं होने का हवाला देते हुए महिला टीआई नवी मोनिका पांडेय ने एफआईआर दर्ज करने से पल्ला झाड़ लिया था। बाद में घटना मिडिया में वायरल होने के बाद एसपी डॉ अभिषेक पल्लव ने इसे गंभीरता से लिया और एसपी के निर्देश पर मामले में उतई पुलिस हरकत में आई। जुर्म दर्ज कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया। आरोपियों के खिलाफ दफा 294, 323,506 के तहत कार्रवाई की गई है।
बता दें कि शुक्रवार को उतई थाना की मचांदुर पुलिस चौकी अंतर्गत ग्राम खोपली में बच्चा चोर होने के संदेह में एक वृद्ध को ग्रामीणों ने घेर लिया था। मंदबुद्धि इस वृद्ध के साथ मारपीट भी की गई। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और वृद्ध को चौकी लाया गया। जहां से उसे उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया। मुलाहिजा पश्चात डॉक्टर ने वृद्ध को मामूली चोटें आने का हवाला देते वृद्ध के विक्षिप्त होने की जानकारी दी। इस मामले में उतई टीआई ने किसी तरह की शिकायत नहीं होने की बात कहते हुए आपराधिक प्रकरण दर्ज करने से इंकार कर दिया था।
इस घटना का वीडियो और खबर सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद एसपी डॉ अभिषेक पल्लव ने इसे गंभीरता से लिया और तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए। जिसके बाद मामले में एफआईआर दर्ज की गई। मामले के आरोपी खोपली निवासी भेमेन्द्र उर्फ भोला चन्द्राकर 37 वर्ष), विकास बंजारे (20 वर्ष), करण नारंग (33 वर्ष) सभी निवासी खोपली को गिरफ्तार किया गया है।
वृद्ध को भेजा जाएगा मानसिक चिकित्सालय
एसपी डॉ अभिषेक पल्लव ने बताया कि डाॅक्टर द्वारा मानसिक विक्षिप्त होने की बात बताए जाने पर कार्यपालिक मजिस्ट्रेट से अनुमति लेकर वृद्ध को राज्य मानसिक स्वास्थ्य चिकित्सालय सेंद्री बिलासपुर भेजा जा रहा है। जिससे मानसिक रूप से विक्षिप्त व्यक्ति सामान्य रूप से जीवन यापन कर सके। उन्होंने सभी नागरिकों से अपील की है कि किसी भी अनजान व्यक्ति जिस पर किसी प्रकार की शंका हो तो तत्काल अपने नजदीकी पुलिस थाने को सूचित करें। अफवाहो से बचें। कानून को अपने हाथ में ना लें। जागरूक नागरिक होने की जिम्मेदारी निभाए।