दुर्ग (छत्तीसगढ़)। मां द्वारा अपने छोटे बेटे के साथ मिलकर बड़े बेटे की हत्या कर दिए जाने का मामला सामने आया है। इस मामले में पुलिस ने आरोपी मां व बेटे को गिरफ्तार कर लिया है। मां अपने बेटे की नशे की आदत और आए दिन गाली-गलौज व मारपीट किए जाने से परेशान थी। हत्या की इस वारदात को छुपाने के लिए आरोपियों ने पुलिस को गुमराह करने का भी प्रयास किया, लेकिन पुलिस की बारीक पड़ताल ने मामले का पर्दाफाश कर दिया।
घटना अमलेश्वर थाना के ग्राम झीट की है। मृतक लोकेश्वर ठाकुर के छोटे भाई सतीश ठाकुर (19 वर्ष) ने 4-5 अगस्त को पुलिस को सूचित किया था कि उसका भाई घर में सोया था, शाम लगभग 7 बजे चाय देने के लिए उठाने पर वह नहीं उठा। अडौसी-पडौसी द्वारा देखे जाने पर उसके मृत होने की जानकारी मिली।
पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम (पीएम) के लिए भेज दिया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि लोकेश्वर की मौत गाला घोंटे जाने के कारण हुई है। जिसके बाद पुलिस ने मामले की बारीकी से पड़ताल प्रारंभ की। जिसमें मृतक की मां व भाई से कड़ाई से पूछताछ किए जाने पर वे टूट गए। उन्होंने पुलिस को बताया कि घटना दिनांक को शराब के नशे में घर पर था। लगभग 01.30 बजे आरोपिया संतोषी खाना बनाने घर आई, कुछ देर बाद आरोपी सतीश ठाकुर घर आया तो घर में मृतक लोकेश्वर ने आरोपिया को गाली गलौज मारपीट कर रहा था। खाना बनाने के बाद आरोपिया संतोषी बाई ठाकुर एवं सतीश ठाकुर खाना खा रहे थे तो मृतक लोकेश्वर सब्जी रखे कढ़ाई को आंगन मे फेक दिया और गाली गलौज करने लगा। जिसके बाद आरोपिया एवं मृतक के बीच झुमा झपटी मारपीट हुई और आरोपिया ने मृतक के गले को पकड़कर जमीन मे गिरा दिया और गला को दबा दी जिससे मृतक बेहोश होकर मर गया। डर के कारण आरोपिया संतोषी एवं सतीश ठाकुर के साथ मिलकर मृतक को उसके कमरा में लिटा दिये करीब 03.00 बजे बाहर के सामने दरवाजे मे ताला लगाकर खेत चले गये। करीब 07.00 बजे शाम को घर वापस आये चाय बनाये और जानबुझ कर चाय पीने के लिये लोकेश्वर प्रसाद को उठाने का बहाना करते हुये हल्ला कर आस पास के लोगो को इकटठा कर लिये थे। इस मामले का खुलासा करने में मामले में इंस्पेक्टर राजेंद्र यादव, सब इंस्पेक्टर जे.पी.सिदार, विजय मिश्रा, हेडकांस्टेबल सुनील वर्मा, कांस्टेबल दुष्यंत भारती, झुमुक यादव की विशेष भूमिका रही।