
रायपुर (छत्तीसगढ़)। छत्तीसगढ़ की खूबसूरती न सिर्फ देश के पर्यटकों को भा रही है, अपितु सात-समंदर पार विदेशी पर्यटकों को भी अपनी ओर खींच ला रही है। ऐतिहासिक, धार्मिक, सांस्कृतिक और पुरातात्विक धरोहरों के साथ प्राकृतिक विविधताओं से परिपूर्ण छत्तीसगढ़ का पर्यटन देश में अपनी पहचान स्थापित करता जा रहा है। यहाँ की खूबसूरती को करीब से निहारने के लिए पर्यटकों का लगातार छत्तीसगढ़ आना हो रहा है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ के पर्यटन को लगातार बढ़ावा देने के परिणामस्वरूप पर्यटन के नक्शे पर छत्तीसगढ़ उभर रहा है। राज्य में आने वाले पर्यटकों की संख्या को देखे तो विगत 3 साल में यहाँ ढाई करोड़ से अधिक पर्यटक आए। घरेलू पर्यटकों के अलावा 9145 विदेशी पर्यटकों ने भी छत्तीसगढ़ की खूबसूरती देखी।
भारत के हृदय स्थल में स्थित छत्तीसगढ़ प्राचीन स्मारकों, बौद्ध स्थलों, दुर्लभ वन्य प्राणियों, नक्काशीदार मंदिरों, राजमहलों, गुफाओं एवं शैलचित्रों से भी परिपूर्ण है। उत्तर से लेकर दक्षिण तक हरे-भरे जंगल, जलप्रपात, झरने, विह्ंगम जलाशय सहित प्रकृति की नैसर्गिक सुंदरता को करीब से निहारने और यहां की संस्कृति, ऐतिहासिक धरोहरों को समझने के साथ आदिवासी समाज के जनजीवन को जानने और उनकी कलाकृतियों को देखने का भरपूर आनंद पर्यटक उठाते हैं। लखनऊ के श्री कृपाशंकर यादव को छत्तीसगढ़ का पर्यटन स्थल अन्य स्थानों से कुछ अलग ही महसूस कराता है। श्री यादव बताते है कि सिरपुर में बुद्ध की ऐतिहासिक प्राचीन धरोहरों को देखकर मन अभिभूत हो उठता है। उनका कहना है कि सिरपुर दुनिया का बड़ा बौद्ध विरासत है, इसका संवर्धन और संरक्षण आवश्यक है। ऐसे महत्वपूर्ण स्थलों में सुविधाएं और बढ़ेंगी तो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बढ़ेगी। उन्होंने बताया कि गुरू घासीदास की जन्म स्थली गिरौदपुरीधाम और बस्तर क्षेत्र में मौजूद प्राकृतिक पर्यटन स्थल बहुत आकर्षित करते हैं।
राज्य में सरगुजा से लेकर बस्तर तक पर्यटन स्थल है। इन पर्यटन स्थलों पर वैसे तो हर माह पर्यटकों का आना जाना लगा होता है। लेकिन पर्यटन विभाग के आंकड़े देखे तो स्पष्ट होता है कि अक्टूबर से लेकर मार्च के मौसम में पर्यटकों के आने का सिलसिला कभी-कभी 10 लाख से भी ऊपर पहुँच जाता है। 2019 से 2021 के बीच पर्यटकों की संख्या देखे तो कुल 2 करोड़ 54 लाख 11 हजार 440 घरेलू और 9145 विदेशी पर्यटकों का आगमन हुआ।
छत्तीसगढ़ में पर्यटन स्थल के रूप में प्रसिद्ध महत्वपूर्ण स्थल
छत्तीसगढ़ में प्राकृतिक, धार्मिक, ऐतिहासिक पर्यटन स्थल अपनी पहचान स्थापित कर लगातार पर्यटकों को अपनी ओर खींच रहे हैं। राज्य में बाहर से आने वाले पर्यटकों को सर्वाधिक पसंद आने वाले स्थानों में अचानकमार टाइगर रिजर्व, बारनवापारा वन्य जीव अभ्यारण, पामेड़ अभ्यारण, गोमर्डा, बादलखोल, भोरमदेव, भैरमगढ़, तमोरपिंगला अभ्यारण, सेमरसोत वन्यजीव अभ्यारण, सीतानदी अभ्यारण, भोरमदेव मंदिर, दंतेश्वरी मंदिर, प्रज्ञागिरी मंदिर, लक्ष्मण मंदिर, वारसूर गणेश प्रतिमा, चम्पारण्य, चित्रकोट जल प्रपात, तीरथगढ़ जलप्रपात, देवपहरी जलप्रपात, अमृत धारा, राजपुरी, रानीदाह, टाइगर पॉइंट, केंदाई, देवधारा, सातधारा जलप्रपात, मैनपाट, कुतुंब मीनार से उंचा जैतखाम एवं गुरू घासीदास की जन्म स्थली गिरौधपुरी धाम, बौद्ध तीर्थ स्थल सिरपुर, रतनपुर, ताला, मल्हार, पाली, लाफा, तुम्हान,बस्तर, डोंगरगढ़, राजिम, बांगो बांध, सतरेंगा जलाशय, खूटाघाट, मदकूद्वीप, चैतुरगढ़, दामाखेड़ा, कुदुरमाल, गंगरेल बांध, कांगेर वैली राष्ट्रीय उद्यान, गुरू घासीदास राष्ट्रीय उद्यान, शबरी का मंदिर शिवरीनारायण, रामवनगमन पर्यटन परिपथ, रायपुर सिटी, जंगल सफारी, कुटुमसर गुफा, कैलाश गुफा, जोगी मारा, रामगढ़, अरण्य, सिंघनपुर गुफा सहित अनेक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है।

