लुभावनी स्कीम बताकर सीआईएसएफ जवान से ठगी, पुलिस के कब्जें में आए दो साल से फरार आरोपी

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। ई-कॉमर्स बिजनेस की लुभावनी स्कीम बताकर लाखों रुपए की ठगी करने के आरोपियों को पुलिस ने अपने कब्जे में लिया। ठगी का शिकार हुए सीआईएसएफ जवान की शिकायत पर पुलिस को आरोपियों की तलाश थी। लगभग 2 साल के बाद पुलिस ने आरोपियों को दिल्ली से दबोचा है।

आरोपी दिल्ली निवासी रितेश कौशल (32 वर्ष) तथा महेश कुमार (30 साल) डील्स जेड हब ई-कॉमर्स कंपनी के संचालक है। आरोपियों ने उतई सीआईएसएफ में कार्यरत प्रवीण चौधरी (32 वर्ष) से मोबाइल पर संपर्क किया था और लाटरी का झांसा देकर किश्तों में 5 लाख 70 हजार रुपए की रकम विभिन्न खातों में जमा करा ली थी। लाटरी की रकम नही मिलने पर प्रवीण ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। लगभग दो साल पुरानी इस शिकायत के निराकरण के लिए एसपी प्रशांत अग्रवाल के निर्देश पर टीम का गठन किया गया। साइबर सेल के सहयोग से आरोपियों का लोकेशन ट्रेस किया गया और टीम दिल्ली पहुंच कर आरोपियों को अपने कब्जे में ले लिया।
धोखाधड़ी के इस मामले के आरोपियों को गिरफ्त में लेने में एएसपी रूरल अनंत साहू तथा एसडीओपी पाटन आकाश राव गिरेपुंजे के पर्यवेक्षण में एसआई भूपेंद्र ओगरे के नेतृत्व में गठित टीम की विशेष भूमिका रहीं। गिरफ्त में आए आरोपियों के खिलाफ दफा 420 के तहत कार्रवाई की गई है ।