छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने रविवार को बिजापुर जिले में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में पांच नक्सलियों के मारे जाने पर सुरक्षा बलों के साहस को सलाम किया।
मुख्यमंत्री साय ने एएनआई से बातचीत में कहा, “हमारे सुरक्षा बलों की बहादुरी को सलाम। पिछले एक साल से हमारे सुरक्षा बल नक्सलवाद के खिलाफ मजबूती से लड़ रहे हैं और सफलता भी प्राप्त कर रहे हैं, जिसकी हर तरफ प्रशंसा हो रही है। हमारे प्रधानमंत्री 2026 तक नक्सलवाद खत्म करने के मिशन पर काम कर रहे हैं और उनका यह मिशन जरूर पूरा होगा।”
बिजापुर के पुलिस अधीक्षक जितेंद्र यादव ने जानकारी दी कि मुठभेड़ में दो महिला और तीन पुरुष नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं। अभी तक मृतकों की पहचान नहीं हो पाई है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मुठभेड़ के बाद मौके से कई स्वचालित और अन्य हथियारों के साथ विस्फोटक सामग्री भी बरामद की गई है। बरामद हथियारों में एक एसएलआर राइफल, 12 बोर राइफल, सिंगल शॉट राइफल, बीजीएल लॉन्चर और एक देसी भरमार बंदूक शामिल हैं। इसके अलावा माओवादी साहित्य और अन्य नक्सली सामग्री भी जब्त की गई है।
पुलिस अधीक्षक यादव ने बताया कि 11 जनवरी को माडेड थाना क्षेत्र के बंदेपारा-कोरेंगेड जंगल में नक्सलियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी मिलने के बाद सुरक्षा बलों की टीम ने एंटी-माओवादी ऑपरेशन चलाया था। रविवार सुबह सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच गोलीबारी शुरू हुई, जो दोपहर 3-4 बजे तक जारी रही।
मुठभेड़ के बाद खोजी अभियान में पांच नक्सलियों के शव बरामद किए गए, जिनमें दो महिलाएं शामिल थीं। सभी नक्सली वर्दी में थे।