नई दिल्ली। अपने जमाने की जानी-मानी अभिनेत्री शशिकला का 88 साल की उम्र में आज दोपहर मुम्बई में निधन हो गया। वे लम्बे समय से बीमार चल रहीं थी और पिछले कुछ सालों से उन्होंने फिल्मों और टीवी सीरीयल्स में काम करना बंद कर दिया था।
अपने फिल्मी करियर के आखिरी सालों में शशिकला ने करण जौहर की मल्टी-स्टारर फिल्म कभी खुशी कभी गम में भी एक खास रोल निभाया था। इसके अलावा उन्होंने बादशाह, चोरी चोरी, परदेस जैसी फिल्मों में भी काम किया था। फिल्मों के अलावा शशिकला ने कई लोकप्रिय टीवी सीरियल्स में भी मां और सास की भूमिकाओं में नजर आईं।
शशिकला को 1962 में रिलीज़ हुई ताराचंद बड़ाजात्या की फ़िल्म आरती में सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का किरदार निभाने के लिए फिल्मफेयर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। इसके अगले ही साल उन्हें ये अवॉर्ड एक बार फिर गुमराह के लिए दिया गया। भारतीय सिनेमा में उनके योगदान के लिए उन्हें पद्मश्री सम्मान से भी सम्मानित किया गया था।
शशिकला का पूरा शशिकला जवलकर था और उनका जन्म महाराष्ट्र के सोलापुर में 1932 में हुआ था। शशिकला ने सुजाता, आरती, अनुपमा, पत्थर और फूल, आई मिलन की बेला, गुमराह, वक्त, खूबसूरत, छोटे सरकार, जैसी सैंकड़ों फिल्मों में काम किया था। फिल्मों में उम्दा किस्म की सहायक अभिनेत्री के तौर पर अपनी एक अलग पहचान बनाई थी।