गाजा के अधिकारियों ने गुरुवार को दावा किया कि एक इजरायली हवाई हमले में अल-अव्दा अस्पताल के बाहर एक वाहन में बैठे पांच फ़िलिस्तीनी पत्रकारों की मौत हो गई। वहीं, इजरायली सेना ने इन व्यक्तियों को पत्रकार नहीं, बल्कि इस्लामिक जिहाद के आतंकवादी बताया।
घटना का विवरण
मेडिकल सूत्रों के अनुसार, इस हमले में मारे गए पांच पत्रकार उन कम से कम 26 लोगों में शामिल हैं, जो गाजा में हुई इजरायली हवाई कार्रवाई में सुबह मारे गए। यह हमले उस समय हुए जब हमास और इजरायल के बीच संघर्ष विराम समझौते में देरी के लिए एक-दूसरे को दोषी ठहराया जा रहा था।
फिलिस्तीनी पत्रकार संघ ने कहा कि अल-नुसेरात शरणार्थी शिविर के अल-अव्दा अस्पताल के सामने एक प्रसारण वाहन में मौजूद अल-कुद्स टुडे चैनल के पांच पत्रकार मारे गए। संघ ने दावा किया कि अक्टूबर 2023 में युद्ध शुरू होने के बाद से अब तक 190 से अधिक फ़िलिस्तीनी पत्रकार इजरायली हमलों में मारे जा चुके हैं।
इजरायली सेना का दावा
इजरायली सेना ने एक बयान में कहा कि नुसेरात क्षेत्र में एक वाहन पर सटीक हमला किया गया, जिसमें “इस्लामिक जिहाद के आतंकवादी सेल” सवार थे। सेना ने पांच पत्रकारों के नाम भी जारी किए और कहा कि “कई स्रोतों से मिली खुफिया जानकारी के अनुसार, ये लोग पत्रकार होने का दावा कर रहे इस्लामिक जिहाद के सदस्य थे।”
गाजा स्थित अल-कुद्स टुडे चैनल ने इस हमले को “नरसंहार” करार दिया और कहा कि ये पांच पत्रकार “अपने मीडिया और मानवीय कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए” मारे गए।
इजरायल ने नियमित रूप से पत्रकारों को निशाना बनाने से इनकार किया है और कहा है कि वह नागरिक हताहतों से बचने के लिए सावधानी बरतता है। हालांकि, गाजा में हाल की घटनाएं इस विवाद को और बढ़ा रही हैं।