रायपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरसंघचालक मोहन भागवत शुक्रवार को रायपुर पहुंचे। वे वंदे भारत एक्सप्रेस से छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर आए और यहां 27 दिसंबर से 31 दिसंबर तक पांच दिवसीय दौरे पर रहेंगे। इस दौरे का मुख्य उद्देश्य संगठन को मजबूत करना और आगामी शताब्दी वर्ष की तैयारियों को दिशा देना है।
शताब्दी वर्ष की तैयारी के तहत दौरा
1925 में स्थापित RSS 2025-26 में अपनी स्थापना के 100वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। इस ऐतिहासिक मौके को ध्यान में रखते हुए मोहन भागवत विभिन्न प्रांतों का दौरा कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ दौरे के दौरान वे संघ के संगठनात्मक मुद्दों और शताब्दी वर्ष के तहत आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों पर चर्चा करेंगे।
संगठनात्मक सत्र और चर्चाएं
- रायपुर प्रवास के दौरान भागवत संघ के कार्यकर्ताओं और वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ संगठनात्मक चर्चा करेंगे।
- संघ के पंच परिवर्तन (आत्मबोध, सामाजिक समरसता, कुटुंब प्रबोधन, पर्यावरण अनुकूल विकास, नागरिक कर्तव्य) पर विशेष जोर दिया जाएगा।
- कार्यकर्ताओं के गुणात्मक विकास और संघ की शाखाओं के माध्यम से हर गांव और शहरी क्षेत्र तक पहुंचने के लक्ष्य पर चर्चा होगी।
संघ कार्य को सर्वव्यापी बनाने का लक्ष्य
संघ का उद्देश्य छत्तीसगढ़ में अपने कार्य को सर्वव्यापी और प्रभावशाली बनाना है। इस दिशा में भागवत का यह दौरा महत्वपूर्ण माना जा रहा है। संघ के पदाधिकारी मानते हैं कि सरसंघचालक का संवाद और मार्गदर्शन संगठन को नई ऊर्जा देगा।
आरएसएस की आगामी योजनाएं
- 2025-26 के शताब्दी वर्ष के दौरान विभिन्न सामाजिक और संगठनात्मक कार्यक्रम आयोजित करने की योजना।
- पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक समरसता और कुटुंब प्रबोधन जैसे मुद्दों पर विशेष फोकस।
- नागरिक कर्तव्य के प्रति जागरूकता फैलाने के प्रयास।