दुर्ग (छत्तीसगढ़)। देश भर में फास्टैग अनिवार्य किए जाने के बाद स्थानीय टोल प्लाज पर शुल्क वसूली को लेकर उपजे विवाद के अब थमने के आसार नजर आ रहे है। सोमवार को प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में एनएचएआई, टोलप्लाजा संचालक कंपनी तथा दुर्ग ट्रक मालिक संघ के प्रतिनिधियों के बीच टोल वसूली को लेकर सहमति बन गई है। ट्रक मालिक संघ निर्धारित टोल शुल्क का 50 प्रतिशत शुल्क अदा करने पर सहमत हो गया है।
बता दें कि 15 फरवरी की मध्य रात्रि से देश भर में वाहनों पर फास्टैग को अनिवार्य कर दिया गया है। जिसके चलते स्थानीय वाहनों की बायपास स्थित टोल प्लाजा पर विवाद की स्थिति निर्मित हो रही थी। इस टोल वसूली को लेकर टेल प्लाजा संचालक कंपनी व दुर्ग ट्रक मालिक संघ आमने सामने आ गए थे। ट्रक मालिक संघ द्वारा टोल प्लाजा से गुजरने वालें स्थानीय ट्रकों पर 50 प्रतिशत से अधिक की रियायात की मांग कर रहे थे। जिससे गतिरोध बना हुआ था। सोमवार को एसडीएम खेमलाल वर्मा, आरटीओ अतुल विश्वकर्मा, डीएसपी (ट्रेफिक) गुरजीत सिंह, सीएसपी विवेक शुक्ला, एनएचएआई के प्रवीण विंजेवार की मौजूदगी में ट्रक मालिक संघ के प्रतिनिधियों व टोल प्लाजा प्रवीण तिवेतिया के माध्य सुलह हुई। जिसके अनुसार अब ट्रक मालिक निर्धारित शुल्क का 50 फीसदी अदा करने पर सहमत हो गए है। साथ ही सभी ट्रकों पर फास्टैग लगाने पर भी वाहन मालिक सहमत हो गए है।
यह रहेंगी निर्धारित दर
ट्रक मालिक संघ द्वारा 6 चक्कों पर 95 रु., दस चक्का पर 140 रु., 12 चक्का पर 180 रु. का टोल अदा करेंगे। स्थानीय चौपहियां कमर्शियल वाहनों से भी 50 प्रतिशत टोल लिया जाएगा। लोकल प्राइवेट व्हीकल्स (दुर्ग आरटीओ में रजिस्टर्ड) के लिए टोल कंपनी द्वारा मासिक पास बनाया जाएगा। जिसका शुल्क 120 रु. प्रतिमाह होगा।