दुर्ग (छत्तीसगढ़)। अविभाजित मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा का अंतिम संस्कार कल दुर्ग में किया जाएगा। उनके पार्थिव शरीर को हवाई मार्ग से नई दिल्ली से वापस लाया जा रहा है। बताया गया है कि पार्थिव शरीर मंगलवार की प्रात: दस बजे रायपुर विमानतल पहुंचेगा। जहां से सड़क मार्ग से दुर्ग लाया जाएगा। यहां शिवनाथ नदी तट पर उनका अंतिम संस्कार दोपहर 3 बजे किया जाएगा।
निधन पर शोक प्रकट करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उन्हें श्रद्धांजली अर्पित की है। उन्होंने अपने शोक संदेश में कहा है कि बाबूजी मोतीलाल वोरा का जाना न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि पूरे कांग्रेस परिवार के लिए एक अभिभावक के चले जाने जैसा है। जमीनी स्तर से राजनीति शुरु करके राष्ट्रीय स्तर पर उन्होंने अपनी एक अलग पहचान बनाई और आजीवन एक समर्पित कांग्रेसी बने रहे। उनकी जगह कभी नहीं भरी जा सकेगी। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा मुझे अपनी राजनीति का ककहरा जिन लोगों ने सीखाया उनमें बाबूजी एक थे। अविभाजित मध्यप्रदेश से लेकर छत्तीसगढ़ तक वे हम कांग्रेस कार्यकर्ताओं के लिए एक पथ प्रदर्शक थे। ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दे और परिवार को इस कठिन समय में दुख सहने की शक्ति प्रदान करे।
पत्रकारिता से की थी सार्वजनिक जीवन की शुरुआत
बता दें कि अविभाजित मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में मोतीलाल वोरा ने तत्कालीन छत्तीसगढ़ अंचल के चहुंमुखी विकास के लिए अपना अमूल्य योगदान दिया। उन्होंने पत्रकारिता से अपने सार्वजनिक जीवन की शुरुआत की थी। वर्ष 1968 में वे दुर्ग नगर निगम में पार्षद निर्वाचित हुए। वर्ष 1972 में वे पहली बार कांग्रेस से विधायक बने। इसके बाद 1977 और 1980 में भी विधायक निर्वाचित हुए। मध्यप्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह ने उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया। वे दो बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री बने। उत्तरप्रदेश के राज्यपाल और केंद्रीय मंत्री के रूप में भी अपने दायित्वों का निर्वहन किया। उन्होंने अविभाजित मध्यप्रदेश में दो बार मुख्यमंत्री और उत्तरप्रदेश में राज्यपाल पद का निर्वहन सफळता पूर्वक किया था।
निवास पर जुटा समर्थकों का जमवाड़ा
पूर्व मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा निधन की खबर मिलते ही दुर्ग स्थित पद्मनाभपुर निवास पर समर्थकों का जमावड़ा लग गया। निधन की खबर मिलते ही कांग्रेस कमेटी के विभिन्न पदाधिकारी, पार्षदों के साथ गणमान्य नागरिक उनके निवास पर जुटने लगे है। मौके पर मौजूद प्रदेश महामंत्री राजेन्द्र साहू ने मोतालाल वोरा के निधन पर शोक प्रगट करते हुए इसे छत्तीसगढ़ के लिए अपूर्णीय क्षति बताया। उन्होंने कहा कि सरल व्यक्तित्व के धनी मोतीलाल वोरा ने हर वर्ग हर पार्टी के लोगों का बिना भेदभाव के सहयोग दिया। उन्होंने अपने लंबे राजनैतिक जीवन में कभी भी किसी के प्रति भेद नहीं रखा, बिना भेदभाव के जनसेवा के प्रति अपने जीवन को समर्पित किया। उनके निधन से उत्पन्न रिक्तता को भरा जाना संभव नहीं है।