दूरस्थ अंचल के गरीब बच्चों को भी मिलेगी बेहतर शिक्षा, प्रदेश में खुलेंगे 100 इंग्लिश मीडियम स्कूल

रायपुर (छत्तीसगढ़)। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज दोपहर चिरमिरी के गोदरीपारा में नवनिर्मित स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के दूरस्थ अंचलों के बच्चों की पढ़ाई के लिए अगले एक साल में एक सौ नये इंग्लिश मीडियम स्कूल और शुरू किए जाएंगे। बघेल ने कहा कि गरीब परिवार के बच्चों के भी अंग्रेजी मीडियम के अच्छे स्कूलों में पढ़ने और आगे बढ़ने के सपने को साकार करना सरकार की प्राथमिकताओं में है। मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों की मांग पर चिरमिरी में डॉक्टरी की पढ़ाई के लिए नए मेडिकल कालेज खोलने का प्रस्ताव तैयार कराकर केंद्र सरकार को भेजने की भी बात कही। 
मुख्यमंत्री बघेल ने चिरमिरी के गोदरीपारा में बने स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल के भव्य भवन का भी अवलोकन किया और स्कूल की छत से अन्य जनप्रतिनिधियों के साथ चिरमिरी की पहाड़ियों-घाटियों के प्राकृतिक सौंदर्य का दर्शन भी किया। मुख्यमंत्री ने स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल के भवन और परिसर अवलोकन करने के बाद कहा कि यह स्कूल मसूरी और देहरादून के स्कूलों की तरह विकसित हो सकता है। चिरमिरी की आबो हवा और प्राकृतिक सौंदर्य इसके लिए बहुत अनुकूल है। परिसर में सुविधाओं को बढ़ाकर हम इसे एक अच्छे पर्वतीय क्षेत्र के स्कूल की तरह विकसित कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीब परिवार के बच्चों को अच्छे स्कूलों में अच्छे माहौल में बेहतर शिक्षा के लिए सरकार ने ऐसे 52 स्कूल पूरे प्रदेश में शुरू किये हैं। छत्तीसगढ़ की महान विभूति और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बुनियादी शिक्षा के विचार के पक्षधर स्वामी आत्मानंद के नाम पर इन स्कूलों का नामकरण इन्हें अलग ही पहचान देता है। हर विकासखण्ड में एक-एक ऐसे सुसज्जित अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोलने के लिए सरकार अगले वर्ष कार्ययोजना पर अमल करेगी।वी शैल ओवर कम … और अरपा पैरी के धार … गीतों की धुनों पर बच्चों संग ताल देते दिखे मुख्यमंत्री
चिरमिरी के इंग्लिश मीडियम स्कूल में बच्चों ने हम होंगे कामयाब गीत के अंग्रेजी वर्जन वी शैल ओवर कम… गाकर मुख्यमंत्री बघेल का स्वागत किया। विद्यार्थियों के एक अन्य समूह ने राज्य गीत अरपा पैरी के धार… की संगीतमय प्रस्तुति मुख्यमंत्री के समक्ष दी। दोनों गीतों की लय और धुन ने मुख्यमंत्री को भी अपने हाथों से ताल देने पर मजबूर कर दिया। दोनों गीतों के दौरान श्री बघेल अपने हाथों से बच्चों के सुरों पर ताल देते हुए मंत्रमुग्ध होकर गीतों का आनंद लेते दिखे। इसके बाद उन्होंने स्कूल की दो छात्राओं के बीच अंग्रेजी भाषा में हुई मॉक डिबेट को भी सुना। बच्चों की प्रतिभा और आत्मविश्वास को देखकर मुख्यमंत्री ने खुशी जाहिर की और खुद ही बच्चों के बीच जाकर बैठ गये। उन्होंने स्वयं ही फोटोग्राफर को बुलाकर बच्चों के साथ फोटो खिंचवाई। मुख्यमंत्री ने बच्चों से परिचय प्राप्त किया और उन्हें मन लगाकर पढ़ने तथा अच्छा नागरिक बनने की सीख दी। बघेल ने स्कूल के शिक्षकों की भी तारीफ की और उन्हें बच्चों को पढ़ाने के साथ साथ अच्छे संस्कार भी देने को कहा।