दुर्ग (छत्तीसगढ़)। आनंद राजपूत। राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय ने कहा कि प्रदेश सरकार छत्तीसगढ़ संस्कृति की पोषक होगी, यह अच्छी बात है। छत्तीसगढ़ की संस्कृति से किसी का दुराव नहीं है। हम इसके समर्थन में है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मुझे नहीं लगता कि मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ की संस्कृति को आगे बढ़ाने के लिए कोई कार्य किया है। सरोज पांडेय ने यह बात पत्रकारों से चर्चा के दौरान एक सवाल के जवाब में दिया।
पत्रकारों से चर्चा के दौरान उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार के कामकाज पर सवाल भी उठाए। उन्होंने दो वर्ष के कार्यकाल की आलोचना करते हुए कहा कि दो वर्ष बीत जाने के बाद भी प्रदेश सरकार ने जनता से किए वादे पूरे नहीं किए है। राज्य में अब तक शराब बंदी नहीं हुई है। मुख्यमंत्री बताएं कि राज्य में अब तक कितने बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है। उन्होंने पूछा कि क्या मुख्यमंत्री स्वयं अपने कार्यकाल से संतुष्ट है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अपनी प्रतिष्ठा के बढ़ाने, खुद के व्यक्तित्व को आगे बढ़ाने के लिए कार्य कर रहे है।
किसान बिल का समर्थन, किसान मोर्चा ने सौंपा ज्ञापन
केंद्र सरकार द्वारा लाए गए किसान बिल के समर्थन में जिला किसान मोर्चा द्वारा आज रैली निकाल कर कलेक्टोरेट में राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा गया। राज्यसभा सदस्य सरोज पांडेय व किसान मोर्चा जिला अध्यक्ष रत्नेश चंद्राकर के नेतृत्व में सौंपे गए ज्ञापन में कांग्रेस तथा विपक्षी दलों पर बिल के खिलाफ किसानों को गुमराह करने का आरोप लगाया गया है। उन्होंने राज्यपाल से इस प्रकार की प्रवृति पर रोक लगाने की मांग की गई है।
ज्ञापन में कहा गया है कि केंद्र सरकार द्वारा किसानों के हित व उनकें उत्थान के लिए इस बिल को लाया गया है। लेकिन छत्तीसगढ़ की प्रदेश सरकार सहित देश का समूचा विपक्षी दल इस बिल को लेकर भ्रम फैला रहें हैं। जिसका भाजपा पुरजोर विरोध करती हैं।