दुर्ग (छत्तीसगढ़)। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने नगपुरा और बोरी के धान खरीदी केंद्र का निरीक्षण किया। यहां इन्होंने धान खरीदी की व्यवस्था देखी। बारदानों की जानकारी ली। धान की गुणवत्ता का निरीक्षण किया। कलेक्टर ने किसानों से चर्चा की। उन्होंने बताया कि इस बार कोरोना की वजह से जूट मिलों में भी काम प्रभावित रहा जिससे बारदानों के लिए काफी समस्या आई। इस संकट के बावजूद सभी समितियों में बारदाने उपलब्ध करा दिए गए हैं।
किसानों ने कलेक्टर को बताया कि इन केंद्रों में टोकन कट गए और समय पर धान खरीदी शुरू हो गई है। समिति के कर्मचारियों ने तेजी से कार्य किया है। कलेक्टर ने समिति प्रबंधकों से भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में धान की आवक तेजी से बढ़ेगी, इसे देखते हुए एडवांस प्लानिंग कर लें। उन्होंने कहा कि स्टैकिंग से लेकर ट्रांसपोर्टेशन तक सभी पहलुओं की तैयारी कर लें। कलेक्टर ने कहा कि समिति प्रबंधक किसानों की पूरी सुविधा का ध्यान रखें और कोशिश हो कि जल्द से जल्द किसान समिति से धान बेचकर घर लौट सकें। कलेक्टर ने धान की नमी आदि तकनीकी बातों की भी जानकारी समिति प्रबंधकों से ली। उन्होंने समितियों द्वारा अद्यतन की जाने वाले सभी रजिस्टरों को भी देखा। उन्होंने वहां उपस्थित राजस्व अधिकारियों से धान खरीदी की नियमित मानिटरिंग करने के निर्देश भी दिए।
इंग्लिश मीडियम स्कूलों का भी किया निरीक्षण
कलेक्टर ने बोरी व नगपुरा में इंग्लिश मीडियम स्कूलों के भवनों का निरीक्षण भी किया। यहां एसडीएम को अत्याधुनिक स्कूलों के मानकों के मुताबिक अधोसंरचना तैयार करने के निर्देश दिए। यहां उन्होंने एडमिशन व अन्य शैक्षणिक गतिविधियों की जानकारी भी जिला शिक्षा अधिकारी से ली।
गौठान की धीमी प्रगति पर जताई नाराजगी
कलेक्टर इससे पहले कोटनी पहुंचे। यहां उन्होंने गौठान देखा, यहां पर वर्मी कंपोस्ट का उत्पादन किया जा रहा था और नये वर्मी टैंक बनाए जा रहे थे। कलेक्टर ने इसकी धीमी प्रगति पर नाराजगी जाहिर की और इसे शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिये। उन्होंने यहां समूहों द्वारा लगाए गए जिमीकंद भी देखे और प्रसन्नता जाहिर की।