जशपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सराईटोली में आयोजित अटल सुशासन चौपाल में भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने छत्तीसगढ़ को उनकी देन बताते हुए कहा कि प्रदेश का रजत जयंती वर्ष ‘अटल निर्माण वर्ष‘ के रूप में मनाया जाएगा। इस दौरान अधोसंरचना विकास के कार्यों को प्राथमिकता दी जाएगी।
मुख्यमंत्री साय ने कहा, “अटल जी का मानना था कि छत्तीसगढ़ का निर्माण यहां के निवासियों और जनजातियों को आगे बढ़ने के बेहतर अवसर देगा। उनकी मंशा के अनुरूप राज्य सरकार समृद्ध और विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है।” उन्होंने प्रदेश में सुशासन और पारदर्शिता के लिए किए गए प्रयासों पर भी प्रकाश डाला।
मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाएं:
- फरसाबहार में अपेक्स बैंक की शाखा खोलने की घोषणा।
- कोतईबीरा से कपाटद्वार तक लक्ष्मण झूला की तर्ज पर सस्पेंशन ब्रिज का निर्माण।
- क्षेत्र में विभिन्न विकास कार्यों की घोषणा।
विकास योजनाओं पर जोर
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने 3100 रुपये प्रति क्विंटल और 21 क्विंटल प्रति एकड़ की दर से धान खरीदी की है। महतारी वंदन योजना के तहत 70 लाख महिलाओं को हर माह 1000 रुपये की राशि प्रदान की जा रही है। नक्सलवाद के खात्मे और प्रशासनिक व्यवस्था को पारदर्शी बनाने के लिए बड़े कदम उठाए गए हैं।
हितग्राहियों को लाभ वितरण
अटल सुशासन चौपाल में मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टालों का निरीक्षण किया और हितग्राहियों को सहायता राशि, मोटराइज्ड ट्रायसाइकिल, और दिव्यांग बच्चों को छात्रवृत्ति प्रमाण पत्र प्रदान किए। स्वास्थ्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया गया।
पत्थलगांव विधायक गोमती साय का संबोधन
पत्थलगांव विधायक गोमती साय ने अटल जी के योगदान को याद करते हुए कहा, “अटल जी ने छत्तीसगढ़ को अलग राज्य का दर्जा देकर यहां के लोगों के विकास का मार्ग प्रशस्त किया। आज डबल इंजन की सरकार प्रदेश में विकास कार्यों को तेजी से आगे बढ़ा रही है।”
अटल जी की जयंती पर सुशासन दिवस का आयोजन
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि पूरे प्रदेश में अटल जी की जयंती को सुशासन दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। उनके विचार और सिद्धांतों से प्रेरित होकर सरकार प्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिए कार्यरत है।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में ग्रामीण, जनप्रतिनिधि, और अधिकारी मौजूद रहे।