नई दिल्ली। बिहार में नई सरकार बनाने के बाद नितिश कुमार बैकफुट पर नजर आ रहे हैं। तीन पहलें ही गठित मंत्रीमंडल में शामिल शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी से उन्होंने इस्तीफा ले लिया है। मेवालाल पर भ्रष्टाचार के आरोप है और उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने पर मुख्यमंत्री नितिश कुमार पर लगातार हमले हो रहे थे।
बता दें कि मेवालाल चौधरी को शिक्षामंत्री बनाए जाते ही नीतीश कुमार की नई सरकार पर सवाल उठने लगे थे। तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनता दल ने इसे लेकर खूब विरोध जताया था। मेवालाल पर भागलपुर कृषि विश्वविद्यालय का कुलपति रहते हुए सहायक प्रोफेसर और कनिष्ठ वैज्ञानिक के पदों पर नियुक्तियों में हुए भ्रष्टाचार और अनियमितताओं से जुड़े आरोप लगे हैं। ऐसे में ऐसे नेता को ही शिक्षामंत्री बनाए जाने के फैसले ने नीतीश कुमार की काफी आलोचना हो रही थी।
आरोपों के चलते मेवालाल चौधरी को 2017 में जेडीयू से निलंबित कर दिया गया था, बाद में फिर से शामिल कर लिया गया। उस समय बीजेपी ने विपक्ष में रहते हुए चौधरी की गिरफ्तारी की मांग की थी। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद उस वक्त बिहार राज्यपाल हुआ करते थे। उन्होंने मेवालाल चौधरी के खिलाफ आपराधिक मामला दायर करने की मंजूरी दी थी। अभी तक मेवालाल के खिलाफ चार्जशीट दर्ज नहीं की गई है।